एमएसएमई (सीक्ष्म,लधु एवं मध्यम उद्धम) सचिव नवीन महाजन ने बताया है कि प्रदेश के चुने हुए बुनकरों को अन्य प्रदेशों में एक्सपोजर विजिट करवाया जाएगा। वहीं चर्म शिल्पियों के कार्य में और अधिक निखार लाने, बाजार की मांग के अनुसार नए डिजाइन विकसित करने और इसी तरह के अन्य कार्यों के लिए प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
राजस्थानः चार श्रेणियों में वितरित होंगे उद्योग रत्न पुरस्कार 23 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन
महाजन मंगलवार को उद्योग भवन में आयुक्त डॉ.समित शर्मा के साथ विभागीय योजनाओं, मुख्यमंत्री-बजट-सुराज संकल्प घोषणाओं, मुख्यमंत्री निर्देशों, न्यायालय प्रकरणों, राजस्थान संपर्क पोर्टल प्रकरणों, ऑडिट पेराओं और बजट उपयोगिता प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंन कहा कि युवाओं की प्रतिस्पर्धात्मक कल्पनाशील सहभागिता से राज्य एमएसएमई लोगो डिजाइन करवाया जाएगा ताकि एमएसएमई की अलग और विशिष्ठ पहचान बन सके।आयुक्त डॉ.समित शर्मा ने कहा कि रोजगारपरक योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के समन्वित प्रयास करने होंगे। ताकि राज्य में औद्योगिक विकास के साथ ही अधिक से अधिक रोजगार सृजन हो सके।
मुख्यमंत्री आवास में सीएम रावत ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उत्तराखण्ड में कौशल विकास की समीक्षा की
आयुक्त डॉ.शर्मा ने प्रकरणों की तय समय सीमा में निस्तारण और विजनरी सोच के साथ आगे आने को कहा। उन्होंने दूसरे उद्योग रत्न पुरस्कारों में सूक्ष्म, लघु और मध्य उद्यमों को 12 पुरस्कार और एक हस्तशिल्प और एक बुनकर रत्न पुरस्कारों के लिए 23 अगस्त तक संबंधित जिला उद्योग केन्द्रो में आवेदन करने का आग्रह किया है।बैठक में अतरिक्त निदेशकों में डीसी गुप्ता, पीके जैन, वित्तीय सलाहकार हरी सिंह मीणा, संयुक्त निदेशकों में संजीव सक्सैना, एसएस शाह, सीएल वर्मा, उपनिदेशकों में धमेन्द्र पूनिया, एसएल पालीवाल, के के पारीक, सीआईआई के निदेशक नितिन गुप्ता और उद्योग विभाग व सीआईआई के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।