राजस्थान में जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इधर, जन्माष्टमी पर्व को लेकर दो अलग-अलग डेट को लेकर कंफ्यूजन है।
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कई लोग 18 को तो कई 19 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मना रहे हैं। लेकिन, राजस्थान के बड़े मंदिरों जन्माष्टमी महोत्सव 19 अगस्त को मनाया जाएगा।
प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में कृष्ण जन्मोत्सव और जन्माष्टमी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जयपुर के गोविंददेवजी मंदिर, राधा दामोदर मंदिर, लाड़ली जी का मंदिर, अक्षय पात्र कृष्ण बलराम मंदिर और इस्कॉन मंदिरों में तैयारियां तेज हो गई हैं। गोविंददेवजी मंदिर में 31 तोपों की सलामी के साथ जन्मोत्सव मनाया जाएगा। नाथद्वारा के श्रीनाथजी मंदिर, जैसलमेर के गिरधारी और बांके बिहारी मंदिर, कोटा के राधा कृष्ण मंदिर, चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर, जोधपुर के श्याम मनोहर प्रभु मंदिर और बालकृष्ण लाल मंदिर, कुंजबिहारी मंदिर, नागौर के बंशीवाला और मीरा मंदिर, उदयपुर के जगदीश मंदिर में जन्माष्टमी पर्व को लेकर लोग कृष्ण भक्ति में डूबने लगे हैं। कृष्ण जन्मोत्सव आने का उल्लास अभी से लोगों के चेहरे पर दिखाई दे रहा है। नाथद्वारा में 5 धर्मशाला, 150 होटल, टेम्पल बोर्ड के 5 कॉटेज सारे फुल हैं।
जयपुर के तीन मंदिरों में दोपहर 12 बजे मनेगा जन्मोत्सव
अक्षय पात्र मंदिर,जगतपुरा,जयपुर- दोपहर 12 बजे, 19 अगस्त
राधा दामोदर मंदिर,चौड़ा रास्ता,जयपुर- दोपहर 12 बजे, 19 अगस्त
लाड़ली जी का मंदिर,रामगंज, जयपुर- दोपहर 12 बजे, 19 अगस्त