उज्जैन। Mahakal Temple रंगपंचमी पर शनिवार को राजाधिराज भगवान महाकाल टेसू के फूलों से बने रंग से होली खेली। शुक्रवार को पुजारियों ने तीन क्विंटल टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किया। राजा की होली में इसी का उपयोग किया जाएगा।
बता दें कि पं. महेश पुजारी ने बताया मंदिर की परंपरा अनुसार रंगपंचमी पर पुजारी भगवान महाकाल के साथ फूलों के रंग से होली खेलते हैं। रंग पर्व से एक दिन पहले पुजारी मंदिर में ही प्राकृतिक रंग तैयार करते हैं। पुजारी दिलीप गुरु ने टेसू के फूल मंगवाकर रंग तैयार कराया है।
शनिवार तड़के चार बजे भस्मारती में फूलों के चटख रंग से भगवान के साथ होली खेली जाएगी। राजा के आंगन में होली उत्सव देखने के लिए देश-विदेश के सैंकड़ों भक्तों ने पहले ही भस्मारती की ऑनलाइन बुकिंग करा ली है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में भस्मारती की ऑफलाइन बुकिंग हुई।