नई दिल्ली। बारिश के कहर से पुणे में भारी तबाही मची है विभिन्न इलाकें में दीवारों के ढहने और बाढ़ के चलते 12 लोगों की मौत हो गई जबकि दर्जनों के फंसे होने की खबरें आ रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को जिले में भारी वर्षा के बाद कई जल-जमाव वाले क्षेत्रों के लगभग 10,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुणे में भारी बारिश से जानमाल के नुकसान के बारे में जानने के लिए उन्हें बहुत पीड़ा हुई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को शहर और बारामती तहसील में तैनात किया गया था, और प्रभावित क्षेत्रों में सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही थी। इस बीच, फडणवीस ने मौतों पर दुख व्यक्त किया और सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
पुणे के विभिन्न तहसीलों के स्कूलों और कॉलेजों ने गुरुवार को जलप्रलय के मद्देनजर छुट्टी की घोषणा की। पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने बताया कि मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खेड़-शिवपुर गाँव में एक दरगाह पर सो रहे पांच लोगों की भारी धुनाई के बाद मौत हो गई।
पाटिल ने कहा, “बारामती में निचले इलाकों के 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया था, क्योंकि जेजुरी के पास करहा नदी पर बनाए गए नाज़ारे बांध से पानी छोड़ा गया था।” इसके अलावा, शहर के निचले इलाकों में फंसे 500 से अधिक लोगों को भी बचाया गया।