नई दिल्ली: विजय माल्या ने लंदन में वित्त मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को तत्काल इस मामले की स्वतंत्र जांच के आदेश देने चाहिए। साथ ही राहुल ने अरूण जेटली के इस्तीफे की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली को जांच पूरी होने तक वित्त मंत्री पद छोड़ देना चाहिए।
माकपा महासचिव ने किया वार
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, मूल सवाल ये है कि लुकआउट नोटिस के बावजूद माल्या विदेश कैसे गया? सरकार ने बड़े कर्ज बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, जबकि पूर्व रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने इस बारे में सूचित कर दिया था।
राजन ने दी थी जानकारी
पूर्व आरबीआई गवर्नर का कहना है कि उन्होंने पीएमओ को फ्रॉड के मामलों की सूची दी थी। इससे स्पष्ट है कि पूर्व गवर्नर की विदाई के अतिरिक्त कुछ भी क्यों नहीं हुआ। राफेल और चौकसी घोटाले के साथ माल्या का ताजा रहस्योद्घाटन मोदी सरकार को रसातल में भेज देगा।
विजय माल्या ने किया दावा
बता दें कि भगोड़ा घोषित किए जा चुके शराब कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को अपने मामले को अलग ही मोड़ देने का प्रयास किया। उन्होंने बिना बताए देश से भाग आने की बात को गलत ठहराते हुए कहा कि वे आने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री से मिलकर आए थे। माल्या की देश से फरारी के समय वर्ष 2016 में अरुण जेटली ही वित्त मंत्री के पद पर थे।
कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचा था माल्या
परेशान चल रहे किंगफिशर एयरलाइंस के 62 वर्षीय बॉस रहे विजय माल्या ने ये बात मीडिया से तब कही, जब वे बुधवार को यहां अपने प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई के लिए वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से माल्या ने कहा, मैंने जिनेवा में पहले से तय बैठक के लिए देश छोड़ा था। मैं देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री से मिला था और बैंकों के साथ समझौते का अपना ऑफर दोहराया था।