नई दिल्ली। किसान आंदोलन को आज 51वां दिन है और कांग्रेस किसानों के समर्थन में एक बार फिर सड़कों पर उतर आई है। आज कांग्रेस देशव्यापी आंदोलन सरकार के खिलाफ कर रही है। आपको बता दें कि आज किसानों और केंद्र सरकार के बीच 9वें दौर की वार्ता होनी है। वार्ता से पहले ही किसान और कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आएं है। दिल्ली में राहुल गांधी प्रदर्शन की कमान सम्भाल रहे हैं।
आपको बता दें कि वार्ता से पहले जब पत्रकार ने भाकियू नेता राकेश टिकैत से पूछा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के पास आप क्यों नहीं जा रहे। इस सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा, “कानून तो सरकार ने बनाए हैं, हम इन्हीं से बात करेंगे। हम कमेटी के पास नहीं जा रहे क्योंकि जो कमेटी में लोग हैं वो पहले ही बिल का समर्थन कर रहे हैं।” इसी के साथ टिकैत ने कहा, “ऐसा तो नहीं है कि कोई पुलिस हमारे हाथ बांधकर सद्दाम हुसैन की तरह कमेटी के सामने पेश कर देगी। बस हम कमेटी के सामने नहीं जा रहे तो नहीं जा रहे।” वहीं कमेटी से हटे भुपिंदर सिंह मान का कहना है कि उन्होंने कमेटी से हटने का फैसला बहुत सोच समक्ष कर लिया है। अब वह भी किसानों के समर्थन में हैं।
इसी बीच आपको बता दें कि विज्ञान भवन में आज किसान और सरकार के बीच नौवें दौर की वार्ता होनी है। बातचीत के लिए विज्ञान भवन जाने से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमन ने कहा, “पिछली बैठक और इस बैठक के बीच में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और भारत सरकार कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है।” इसी के साथ कृषि मंत्री ने कहा, “कोर्ट ने जो समीति बनाई है जब वो समीति सरकार को बुलाएगी निश्चित रूप से हम हपना पक्ष उस समीति के सामने भी रखेंगे। चूंकि किसानों और सरकार के बीच वार्ता चल रही है और आज वार्ता तय थी तो किसानों के साथ वार्ता हमारी जारी है और हम लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि किसानों के साथ चर्चा के माध्यम से कोई रास्ता निकल आए।”
जब कृषि मंत्री से कहा गया कि किसान नेताओं ने तो कमेटी के सामने जाने से मना कर दिया है इस बाज पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट हमारे देश की सरवोच्चम संस्था है और हर व्यक्ति की यह जिम्मेदारी है कि सुप्रीम कोर्ट के प्रति प्रतिबद्ध्ता हो।