एजेंसी, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 1984 सिख दंगों पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान की आलोचना की है। राहुल गांधी ने सैम पित्रोदा से अपने बयान पर माफी मांगने को भी कहा है। राहुल ने कहा है कि सिख दंगों का दर्द कभी भूला नहीं जा सकता। मेरी मां सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी माफी मांग चुके हैं। सैम पित्रोदा ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘जो हुआ सो हुआ, आपने 5 सालों में क्या किया?’’
राहुल गांधी ने कहा, “मुझे लगता है कि सैम पित्रोदा जी ने जो कहा है वो पार्टी लाइन से पूरी तरह अलग है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘’मेरा मानना है कि 1984 एक ऐसी त्रासदी थी जिसने बहुत पीड़ा दी। न्याय होना चाहिए। जो लोग भी इसके लिए जिम्मेदार हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए।’’
राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘’पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने माफी मांगी, मेरी मां सोनिया गांधी ने माफी मांगी। हम सबने अपना रुख स्पष्ट कर दिया कि वह एक भयावह त्रासदी थी जो नहीं होनी चाहिए थी।’’
सैम पित्रोदा ने गुरुवार को कहा था,‘‘अब क्या है 84 का? आपने (नरेंद्र मोदी) पांच साल में क्या किया, उसकी बात करिए। 84 में जो हुआ, वो हुआ।’’ इस मामले पर विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने कहा कि बीजेपी अपनी नाकामियां छिपाने के लिए उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है। वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहा कि वे 1984 के दंगों के लिए सिख समुदाय से ‘हाथ जोड़ कर माफी मांगें।’ पार्टी ने सैम पित्रोदा को तुरंत बर्खास्त करने और यह स्वीकार करने की भी मांग की कि कांग्रेस ने ‘स्वार्थपरक कारणों से लोगों का नरसंहार होने दिया।’
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि पित्रोदा ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है उसकी तुलना राजीव गांधी की उस टिप्पणी से की जा सकती है जिसमें उन्होंने इस ‘नरसंहार’के बाद कहा था कि ‘जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।’