नई दिल्ली: डीएमके नेता स्टालिन द्वारा पीएम उम्मीदवार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम आगे बढ़ाने के बाद विपक्षी दलों में हलचल बढ़ गई है। कई विपक्षी दलों के नेता 2019 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन की तरफ से पीएम उम्मीदवार का नाम घोषित किए जाने के खिलाफ हैं।
कई नेताओं ने किया है विरोध
एक वरिष्ठ विपक्षी नेता ने कहा कि विपक्ष दलों के कई नेता आम चुनाव से पहले पीएम पद के लिए किसी के नाम का एलान किए जाने के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि सपा, तेलुगुदेशम पार्टी, बसपा, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी स्टालिन के राहुल के नाम के एलान से सहमत नहीं है। नाम घोषित करना अपरिपक्व कदम है। प्रधानमंत्री पद के लिए किसी के नाम पर फैसला लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही किया जाना चाहिए।
कई नेता हुए शामिल
स्टालिन ने राहुल के नाम का पीएम पद की उम्मीदवारी का समर्थन दिवंगत पार्टी नेता करुणानिधि की प्रतिमा के अनावरण समारोह में की। समारोह में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, तेलुगुदेशम पार्टी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन भी मौजूद थे। वहीं आज कांग्रेस के तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है।
इस दौरान कई बडे विपक्षी नेता भी इस शपथ ग्रहण में शामिल हो गए हैं। आपको बता दें कि बीते दिनों हुए चुनावों में कांग्रेस ने जबरदस्त वापसी की है और इन चुनावों में भाजपा को जबरदस्त झटका लगा है। कथित तौर पर जो मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष इकठ्ठा होकर महागठबंधन बनाने का क्या होगा इस पर निगाहें सभी की होगीं।