इन दिनों देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीति काफी गर्मा रखी है। एनडीए के प्रत्याशी को समर्थन देने के बाद से ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है। लेकिन राहुल गांधी के हस्तक्षेप करने के बाद यह तनातनी का माहौल अब शांत होता नजर आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने अपने नेताओं से नीतीश कुमार पर किसी भी प्रकार का बयान देने से मना किया है। ऐसे में नीतीश कुमार अब उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के साथ खड़े हो सकते हैं। विपक्ष उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी योजना बनाने का कार्यक्रम शुरू कर दिया। मौजूदा समय में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म होने वाला है। और 5 अगस्त को इस पद के लिए चुनाव होना है।
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष खासी रणनीति बनाने में लगा हुआ है। जिसके तहत उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों को लेकर 11 जुलाई को विपक्ष की अहम बैठक होने वाली है। उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की अहम बैठक 11 जुलाई को दिल्ली में होने वाली है। राष्ट्रपति चुनाव में लगभग असफल कांग्रेस अब उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर नई रणनीति के साथ उतरना चाहती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी संपर्क किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत पक्की करने के लिए विपक्ष की तरफ से तमाम प्रयास किए जा रहे है। विपक्ष अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी तरफ लाने के प्रयास में जुटी हुई है।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन किया है। जिसके बाद विपक्ष की एकजुटता पर कई सवाल उठे है। वहीं बिहार में महागठबंधन नेता आपस में एक दूसरे पर लगातार वार-पलटवार कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी नीतीश कुमार को अपने पक्ष में लाने के लिए कई सारे प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर किसी भी प्रकार का बयान या आलोचना करने से मना कर दिया है।