नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज साल 2021 का पहला बजट पेश किया है। इस दौरान उन्होंने कई अहम घोषणाएं की हैं। इस साल के बजट को काफी अहम माना है। सबकी निगाहें बजट पर ही टिकी हुई थी। साल 2020 बहुत ही मुश्किलों भरा रहा है। जिसके चलते आम आदमी की आर्थिक स्थिति पर बहुत गहरा असर पड़ा है। जिसके चलते इस बाद के बजट को कोरोना महामारी के बाद काफी अहम बताया जा रहा है। इसी बीच राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। जिसके चलते राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार अपने कुछ उद्योगपति दोस्तों को भारत की संपत्ति सौंपना चाहती है।
सरकार ने रखा सार्वजनिक क्षेत्र के से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य-
बता दें कि इस समय पूरे देश में बजट की ही चर्चा हो रही है। कोई इस बजट की तारीफ कर रहा है तो कोई इस बजट की बेकार साबित करने में लगा हुआ है। जिसके चलते विपक्ष द्वारा सरकार पर जमकर निशाना साधा जा रहा है। क्योंकि आम बजट में मोदी सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके चलते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि अगले वित्त वर्ष में आईडीबीआई बैंक, बीपीसीएल, शिपिंग कॉरपोरेशन, नीलाचल इस्पात निगम लि. और अन्य कंपनियों का विनिवेश किया जाएगा। जिसके चलते राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार लोगों के हाथों में पैसे देने के बारे में भूल गई। मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है।