नई दिल्ली। पार्लियामेंट स्ट्रीट में आज राहुल गांधी एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने एटीएम के लिए लाइनों में लगे लोगोें से उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास किया। राहुल गांधी के एटीएम में पहुंचते ही लोगों में पहले से ज्यादा भीड़ लग गई। मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं जनता की समस्याओं को जानने को जानने के लिए यहां आया हूं। मैं जनता की समस्याओं को जानता हूं पर उनकी समस्याओं को ना तो देश के बड़े बिजनेसमैन जानते हैं और ना ही प्रधानमंत्री जी।
प्रधानमंत्रीजी को आम लोगों की परेशानियाँ समझ नहीं आती- यहाँ पे गरीब व्यक्ति को कष्ट हो रहा है, इसीलिए मै इनके साथ यहाँ खड़ा होने आया हूँ!
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 11, 2016
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां पर अपने 4000 रुपए बदलवाने आया हूं, मैं लोगों के साथ उनके लाइन में खड़ा होना चाहता हूं। गरीब लोगों को पैसों के लिए कठिनाई का समाना करना पड़ रहा है। लोगों के बीच लाइन में राहुल गांधी खड़े हुए।
उन्होंने कहा कि यहां पर कोई भी सूटबूट वाला नहीं है सब गरीब और मध्यमवर्गीय लोग हैं जो पैसे के लिए अपने पूरे दिन का समय निकाल रहे हैं। मैं लोगों की समस्याओं को समझता हूं लेकिन देश के बड़े उद्योगपति और प्रधानमंत्री जी इन लोगों की दिक्कतों को नहीं समझ पा रहे हैं। मोदी जी का ध्यान बस देश के कुछ बड़े बिजनेसमैनों पर है गरीबों से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।
सरकार का मकसद देश से छोटे व्यापर को समाप्त करना- नोटबंदी के मुद्दे पर भारत खबर से बातचीत के दौरान कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने बताया कि सरकार का मकसद देश से छोटे व्यापर को हटाकर, कुछ बड़े व्यापारियों के हाथ देश के व्यापार की सत्ता को सौंपना है। श्री जैन ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से गरीब आदमी पूरे पूरे दिन लाइनों में खड़े होने को मजबूर है, पूरे दिन लाइनों में खड़े होने के बावजूद भी लोगों को पैसे नहीं मिल पा रहे हैं। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश से छोटे व्यापार को बंद कर पूरे बिजनेस को ऑनलाइन करना चाह रही है, पेटीएम जैसी कंपनियां मोदी को ब्रांड एमबेस्डर बनाकर बड़े बड़े विज्ञापन दे रही है, इससे साफ हो रहा है कि मोदी सरकार पूरी तरह से गरीबों को परेशान करने के चक्कर में है, जो वह कर रही है। सरकार ने लोगों को सड़को पर लाकर खड़ा कर दिया है।
अभिलाष श्रीवास्तव