नई दिल्ली। केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अब से थोड़ी देर में उपवास शुरू कर दिया है, लेकिन इससे पहले ही यह कार्यक्रम विवादों में आ गया है। कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार के उपवास स्थल राजघाट पहुंचने पर विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद दोनों ही नेताओं को वहां से वापस लौटना पड़ा है।
बता दें कि जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार 1984 में हुए सिख दंगों के आरोपी हैं। हालांकि, जगदीश टाइटलर ने कहा है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं, बल्कि जनता के बीच में जाकर बैठेंगे।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की नाकामी तथा संसद की कार्यवाही ठप होने के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज राष्ट्रव्यापी अनशन के तहत आज दिल्ली में राजघाट पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा सरकार के खिलाफ और देश में सांप्रदायिक सौहार्द तथा शांति को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्य और जिला मुख्यालयों में एकदिवसीय अनशन पर हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में राहुल गांधी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ केंद्र सरकार तथा सीबीएसई पेपर लीक, पीएनबी घोटाले, कावेरी मुद्दे तथा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जे जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संसद में चर्चा कराने में उसकी नाकामी के खिलाफ धरना दे रहे हैं।
बता दे कि बीजेपी और कांग्रेस दोनो ंही अपने अपने तरीकों से दलित वोट बैक साधने की कोशिश कर रहे हैं। बता दे कि 2019 का चुनाव आने वाला हैं और इस बार दलितों को लेकर 2019 का चुनाव और भी खास होने वाला है। बता दे कि भारत में दलित को वोट प्रतिशत 25 हैं जो कि किसी भी चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाला हैं जिसे बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने अपने तरीकों से साधने की कोशिश रहे हैं
बता दे कि 2अप्रैल को दलितो द्रारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाप भारत बंद कर विरोध किया गया था। जिसका असर भारत के कई अलग अलग राज्यों पर पड़ा था।