गुजरात के बनासकांठा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हुए हमले के बाद सियासत काफी ज्यादा गर्मा गई है। कोई इसे विपक्ष की चाल कह रहा है तो कोई इसे सोची समझी साजिश का नाम दे रहा है। राहुल गांधी के काफिले पर हुए हमले के बाद आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो रखा है। इसी को लेकर गुजरात में कांग्रेस शनिवार को राज्यभर में प्रदर्शन करने वाली है। शनिवार सुबह 11 बजे अहमदाबाद से कांग्रेस अपने प्रदर्शन की शुरूआत करने वाली है।
राहुल कांधी के काफिले पर हुए हमले के बाद उनका कहना था कि दो चार काले झंडे दिखाने के कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा है कि ‘मैं कल असम गया था फिर राजस्थान के बाद अब गुजरात में आया हूं, मैं आपका दुख समझता हूं’ उन्होंने लोगों से कहा है कि ‘आज के वक्त में ना ही केंद्र में हमारी सरकार है और ना ही गुजरात में हमारी सरकार है लेकिन हमारे कार्यकर्ता फिर भी आपके साथ हैं’
आपको बता दें कि राहुल गांधी बनासकांठा बाढ़ पीड़ितों का हाल चाल जानने पहुंचे थे। वहां उनका लोगों ने काफी कड़ा विरोध किया। लोगों ने कहा कि न तो राहुल की केंद्र में सरकार है और न ही राज्य में उनकी सरकार है। जिसको लेकर उन्हें वहां काले झंड़े दिखाए गए हैं। इस मामले में राहुल गांधी ने कहा है कि ना तो मैं काले झंड़ों से पीछे हटूंगा और न ही विरोध प्रदर्शन से डरूंगा। प्रदर्शन के दौरान राहुल अपना भाषण देते रहे और कहते रहे कि इन काले झंड़ों वाले लोगों को आने दिया जाए। उन्होंने कहा कि ये लोग डरे हुए हैं, इन्हें ये काले झंड़े यहां लगाने दिए जाए।