नई दिल्ली। राहुल गांधी ने बीते सोमवार को यहां दावा किया कि कोका कोला कंपनी का मालिक पहले शिकंजी बेचता था। वहीं, मैकडोनाल्ड की चेन शुरू करने वाला शख्स ढाबा चलाता था। उन्होंने लोगों से सवाल किया कि भारत में क्या कोई ऐसा ढाबे वाला मिलेगा जिसने कोला कोला कंपनी बनाई हो। उन्होंने यह बात तालकटोरा स्टेडियम में पार्टी के ओबीसी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।
राहुल ने कहानी बताकर शुरुआत की
बता दें कि राहुल ने कहा कि 4 साल पहले उन्होंने एक कहानी पढ़ी थी। कहानी में लिखा था कि हिंदुस्तान से कुछ फैशन डिजाइनर फ्रांस गए। और यहां फैशन डिजाइनरों ने अपने कपड़े दिखाए। फ्रांस अमेरिका और इंग्लैंड के फैशन डिजाइनरों ने उनका मजाक उड़ाया। इसके कुछ दिन बाद जब मुझे उस शो का एक डिजाइनर मिला तो मैंने उससे पूछा कि आपने शो में हमारे डिजाइनर का इसलिए मजाक उड़ाया कि पहली बार आपके सामने कोई ब्राउन चमड़ी (जो गोरा नहीं है) वाला शख्स था?
डिजाइनर ने कहा- जो भारत से आया था वह दर्जी नहीं था’
राहुल ने आगे कहा, “उस डिजाइनर ने मुझसे कहा कि आप अपना सच सुन सकते हो? मैं आपको हिंदुस्तान का सच बताता हूं, आप गुस्सा नहीं होना। राहुलजी मुझे दुनिया फैशन डिजाइनर कहती है, लेकिन मैं दर्जी हूं। मुझे आप कोई कपड़ा दिखा दो, मैं समझ जाता हूं इसे कैसे काटना है। ये मेरा हुनर है। इसे मैं समझता हूं। मैं अपने हुनर को गहराई से समझता हूं। जो व्यक्ति भारत से आया था वह दर्जी नहीं था। जिस तरह से उसने कपड़ा पकड़ा था। हम समझ गए इसे कपड़े के बारे में पता नहीं है। लेकिन वह जिस कपड़े को पकड़े था वो बहुत अच्छा था। लेकिन उसे जिसने बनाया था, वो कमरे में पीछे छिपा था। आप अगली बार उस दर्जी को भेजें हम ताली बजाएंगे।
वहीं राहुल ने कहा कि यह सच्चाई है। हिंदुस्तान में जो काम करता है, वह पीछे छिपा रहता है। काम कोई करता है, फायदा किसी और को मिलता है। दिन भर किसान काम करेगा। मगर एक भी किसान आपको नरेंद्र मोदी के दफ्तर में नहीं दिखेगा। मोदी ने 15 उद्योगपतियों को 2.5 लाख करोड़ रुपए दिया। लेकिन किसानों को कुछ नहीं दिया।
भारत के ढाबा वालों और मैकेनिकों के लिए बैंक के दरवाजे बंद
साथ ही राहुल ने कहा, “यहां कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जिसने कोका कोला कंपनी के बारे में नहीं सुना हो। क्या आपको पता है इसे किसने बनाया। मैं आपको बताता हूं वह कौन था? कोका कोला की शुरुआत करने वाला शख्स अमेरिका में शिकंजी बेचता था। वह पानी में चीनी मिलाकर बेचता था। उसके हुनर को लोगों ने पहचाना, पैसे आए उसने कंपनी शुरू की। इसी तरह से मैकडोनाल्ड कंपनी की शुरुआत एक ढाबा चलाने वाले ने की थी।
वहीं राहुल ने कहा कि आप मुझे हिंदुस्तान में वह ढ़ाबे वाला दिखा दो जिसने कोका कोला कंपनी बनाई हो। फोर्ड, मर्सिडीज होंडा कंपनियों को शुरू करने वाले मैकेनिक थे। भारत में कोई भी ऑटोमोबाइल कंपनी बता दो जिसे मैकेनिक ने शुरू किया हो। ये नहीं है कि हमारे यहां के लोगों में क्षमता नहीं है। अगर इन कंपनियों के लिए बैंक के दरवाजे खुले हैं। तो ढाबा, मैकेनिक, मटके बनाने वालों के लिए भी खुले होने चाहिए। ऐसे लोगों को ये देश कुछ नहीं देता।
देश के युवाओं में स्किल की कमी नहीं
आगे राहुल ने कहा कि मोदीजी कहते हैं कि देश के युवाओं में स्किल की कमी है, हमें उन्हें जानकारी देनी है। लेकिन ये गलत है। हमारे यहां के युवाओं में स्किल भरा पड़ा है। ओबीसी लोगों में भी यह स्किल है। लेकिन इनके लिए बैंक और राजनीति के दरवाजे बंद हैं।