नई दिल्ली। भारत को आधिकारिक तौर पर 36 राफेल विमान शुक्रवार को प्राप्त हुए। लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर नें फ्रांस के रक्षा मंत्री के साथ 36 राफेल विमानों के डील पर हस्ताक्षा किए, यह डील करीब 59,000 करोड़ की मानी जा रही है। आपको बता दें कि इस समझौते को अंतिम रुप देने के लिए गुरुवार को फ्रांस के रक्षामंत्री ज्यां यीव ली ड्रियान भारत आए हैं।
भारत और फ्रांस डील की शुरुआत यूपीए सरकार में 2010 में हुई थी जिसे आज नई दिल्ली में अंतिम रुप दिया गया। सौदे के मुताबिक सभी विमान 66 महीनों के भीतर भारत में आ जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले 20 सालों में यह लड़ाकू विमानों की खरीद का पहला सौदा है।
राफेल ऊंचे इलाकों में लड़ने में माहिर है, हालांकि यूरोफाइटर टायफून इस मामले में राफेल से आगे है। वायुसेना के मुताबिक उड़ान भरते वक्त राफेल की रफ्तार 1912 किलोमीटर प्रति घंटा है और ये 3700 किलोमीटर तक जा सकता है। जबकि यह हवा से जमीन में मार करने में टायफून से ज्यादा कारगर माना जा रहा है।
जानिए राफेल लड़ाकू विमान की खूबियां-
-राफेल 2 इंजन वाला मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट है।
-राफेल की स्पीड 2250-2500 किमी प्रति घंटे तक होती है।
– एयरबेस के साथ एयरक्राफ्ट कैरियर से भी उड़ान भर सकता है।
– ब्रह्मोस जैसी 6 एटमी हथियार वाली मिसाइल ढोने की काबिलियत रखता है।
– 3 लेजर गाइडेड बम, हवा से जमीन पर मार करने वाली 6 मिसाइल के साथ-साथ हवा में भी फ्यूल भरने की कैपेसिटी रखता है।
-इसके साथ ही ये प्लेन लगातार 10 घंटे तक उड़ने की क्षमता रखता है।