फतेहपुर: जिले को कोविड संक्रमण से बचाने के लिए जिला प्रशासन और अधिक सक्रिय हो गया है। इसी के मद्देनजर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने कोरेंटाईंन सेंटरों का निरीक्षण कर सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे में दूसरे शहरों और राज्यों से आने वाले श्रमिकों की स्क्रीनिंग होगी। इस दौरान यदि कोई श्रमिक कोविड पॉजिटिव होता है तो उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा।
दो संस्थानों को बनाया जाएगा क्वारंटीन सेंटर
कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिले में स्पोर्ट्स कॉलेज नेवलापुर और पंडित दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति विद्यालय खासमऊ को क्वारंटीन सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है। देश में कोरोना के मामलों में तेजी आई तो एक बार फिर से प्रवासी श्रमिकों ने अपने घर लौटने लगे हैं।
श्रमिकों के ठहरने की है उचित व्यवस्था
इस तरह उनकी कोविड जांच करने और उन्हें ठहरने के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं। यहां पर श्रमिकों को उनके खाने, पीने, ठहरने, दवाएं इत्यादि की पूरी व्यवस्था की जा रही है। इन सेंटरों में आने वाले श्रमिकों की स्क्रीनिंग होगी।
लक्षण पाए जाने पर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन और लक्षण न मिलने पर भी सात दिनों के लिए उनके घरों में क्वारंटीन कराया जाए। सेंटर में सभी श्रमिकों का पंजीकरण होगा जिसमें उनका नाम, पता और फोन नंबर लिखा जाएगा।
“गैर जनपदों या गैर राज्यों से जिले में आने वाले प्रवासी श्रमिक के लिए अनिवार्य रूप से क्वारंटीन कराया जाएगा। इसके लिए जिले में दो सेंटर शुरू हो गए हैं। यहां रहने वाले श्रमिकों के लिए भोजन, दवाएं सहित कई सुविधाएं मिलेंगी।”
अपूर्वा दुबे
जिलाधिकारी, फतेहपुर।