ब्रिक्स अपना खुद का एनर्जी रिसर्च कोऑपरेशन प्लेटफॉर्म विकसित कर रहा है. 2040 तक रिपोर्ट पहले ही प्रक्षेपण के साथ तैयार की जा चुकी है. ये जानकारी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राज्य और सरकारों के प्रमुखों के बारहवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में दी.
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि हमारे अकादमिक और वैज्ञानिक केंद्रों के बीच गहन संपर्क चल रहा है. उनका कवरेज वास्तव में प्रभावशाली है. पांच देशों के विशेषज्ञ संयुक्त ऊर्जा अनुसंधान करते हैं. 2040 तक ब्रिक्स देशों में ईंधन और ऊर्जा क्षेत्रों के अनुमानित विकास पर रिपोर्ट तैयार की गई है.
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने भाषण में रूसी पहल पर शुरू किए गए ब्रिक्स ऊर्जा अनुसंधान सहयोग मंच का भी समर्थन किया और कहा कि ऊर्जा मंच के ढांचे के भीतर संयुक्त कार्य ऊर्जा स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में योगदान दे सकता है.
2020 में, ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की 5 वीं बैठक के भीतर, प्रतिनिधि मंडल के प्रमुखों ने पहले अध्ययन “ब्रिक्स ऊर्जा रिपोर्ट” और “ब्रिक्स ऊर्जा प्रौद्योगिकी रिपोर्ट” को मंजूरी दी.
वहीं एंटोन इन्युट्सिन ने कहा कि ब्रिक्स ईआरसीपी की रिपोर्ट हमें ब्रिक्स ऊर्जा सहयोग के क्षेत्रों की पहचान करने में मदद करेगी, साथ ही वैश्विक ऊर्जा एजेंडा में हमारे देशों के सामान्य दृष्टिकोणों की पहचान करेगी. रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र में समूह की भूमिका बढ़नी जारी रहेगी और 2040 तक ब्रिक्स विश्व ऊर्जा खपत और उत्पादन का 41% प्रदान करेगा.