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मान गए कैप्टन, खत्म हुआ कांग्रेस का अंतर्कलह, अब सिद्धू का रास्ता साफ!

chandigarh 1626248091 मान गए कैप्टन, खत्म हुआ कांग्रेस का अंतर्कलह, अब सिद्धू का रास्ता साफ!

पंजाब कांग्रेस में चल रहे सियासी कलह का अब जल्द ही निपटारा हो सकता है। नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने का रास्ता भी अब लगभग साफ हो गया है।

दूर हुई कैप्टन की नाराजगी, सिद्धू का रास्ता साफ

पंजाब में पिछले कई दिनों ने कांग्रेस में आंतरिक कश्मकश जारी है। पार्टी आलाकमान को कभी सिद्धू को मनाना पड़ रहा था तो तभी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को। लेकिन अब धीरे-धीरे दोनों की नाराजगी दूर होती दिख रही है, और आजकल में ही पंजाब कांग्रेस को नए अध्यक्ष मिलने का एलान हो सकता है। कांग्रेस हाईकमान की मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी दूर करने की पहल कामयाब हो चुकी है। इस बात के संकेत पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने दिए हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद हरीश रावत ने कहा कि अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के फैसले को स्वीकार करने की बात दोहरायी है।

4-4 प्रधान बनाए जाने के संकेत

पंजाब में कांग्रेस अब एक नहीं दो नहीं बल्कि 4-4 कार्यकारी अध्यक्षों को कमान सौंपेगी। इस बात के कांग्रेस की ओर से पुख्ता संकेत दिए गए हैं। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि सिद्धू की नियुक्ति के एलान से पहले पंजाब कांग्रेस की मौजूदा कड़वाहट को खत्म करने की पहल भी होगी। जाहिर है कि पंजाब कांग्रेस में कड़वाहट दूर करने के लिए कैप्टन और सिद्धू का साथ आना जरूरी है। ऐसे में सिद्धू और कैप्टन आपस में मिलकर गिले शिकवे दूर कर सकते हैं।

कैप्टन ने भेजा था नाराजगी वाला पत्र

बता दें कि सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनने के संकेतों के बाद अमरिंदर सिंह ने पार्टी आलाकमान यानी सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा था। इस पत्र में उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए सोनिया गांधी को पंजाब की राजनीति में दखल ना देने की बात कही थी। हालांकि कैप्टन ने पत्र भेजने से पहले सोनिया गांधी को फोन किया था। पत्र भेजे जाने के बाद कांग्रेस आलाकमना ने हरीश रावत को कैप्टन की नाराजगी दूर करने के लिए चंडीगढ़ भेज दिया। हरीश रावत ने भी पार्टी आलाकमान को नाराज नहीं किया और अब सबकुछ ठीक होने के संकेत दे दिए हैं।

ट्वीट कर हरीश रावत ने दी जानकारी

पंजाब कांग्रेस के झगड़े का हल निकलने और कैप्टन की नाराजगी दूर करने का संदेश हरीश रावत ने ट्वीट के जरिये दिया। उन्होंने कहा, मैं कैप्टन अमरिंदर से मिलकर अभी-अभी दिल्ली लौटा हूं। बहुत सारी बातें जो चर्चा में हैं, वे निर्मूल साबित हुई हैं। कैप्टन साहब ने दोहराया है कि कांग्रेस अध्यक्ष पंजाब के बारे में जो भी निर्णय करेंगी वह मुझे स्वीकार होगा।

आलाकमान के फरमान से पहले सिद्धू की बल्ले-बल्ले

भले ही कांग्रेस आलाकमान की ओर से अभी पंजाब कांग्रेस में नए बदलाव को लेकर कुछ ना कहा गया हो लेकिन हरीश रावत ने स्थिति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है। अब तो कैप्टन भी मान गए हैं इंतजार है तो बस ऐलान का। लेकिन सिद्धू को आलाकमान के फैसले पर पूरा भरोसा है इसलिए तो फरमान आने से पहले ही सिद्धू पूर्व कांग्रेस अध्यक्षों के अलावा सूबे के प्रमुख पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं।

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