चंडीगढ़: पंजाब पुलिस के प्रमुख दिनकर गुप्ता के करतारपुर कॉरिडोर को लेकर दिए बयान पर मचे भूचाल के बीच उन्होंने कहा कि उनके बयान का गलत तरह से समझा गया है. इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने कड़ी आपत्ति जताई थी और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने की मांग की है. “करतारपुर में ऐसी क्षमता है कि अगर आप किसी व्यक्ति को सुबह भेजते हैं तो शाम तक वह प्रशिक्षित आतंकी के तौर पर लौट सकता है.” उन्होने कहा था, “वहां जाने वाला छह घंटे तक रहता है, इतने में बम बनाने की ट्रेनिंग ले सकता है.”
करतारपुर कॉरिडोर को पिछले साल नवंबर में खोला गया था. यह पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ता है. गुप्ता की टिप्पणी पर शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने की मांग की थी. अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने चेतावनी दी है कि “यदि स्पष्टीकरण नहीं होता है तो उनकी पार्टी 24 फरवरी को विधानसभा नहीं चलने देगी.
गुप्ता ने शनिवार को कहा कि उनका बयान पूरी तरह से पंजाब और भारत की सुरक्षा से जुड़ा हुआ था और इसका किसी धर्म या समुदाय से कोई लेना देना नहीं है.
उन्होंने कहा, “मैंने सिर्फ अराजक तत्वों द्वारा करतापुर कॉरिडोर के संभावित दुरुपयोग के खतरे के बारे में बताया था.” पंजाब के डीजीपी गुप्ता ने अपने बयान में कहा, “मुझे श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुलने को लेकर बहुत खुशी है. इससे लाखों श्रद्धालुओं की दशकों पुरानी आकांक्षा पूरी हुई है. मैं खुद गुरु नानक देव जी और शिक्षा में विश्वास रखता हूं.”उन्होंने कहा कि यह रास्ता खुलने के बाद पंजाब पुलिस ने 51,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं को वहां भेजने में मदद की और पुलिस शांति एवं स्थिरता बरकरार रखेगी. पंजाब सरकार की ओर से इस पूरे विवाद पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई हैं.