पंजाब में अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हो गया है। ड्रग्स केस के आरोपी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के विदेश भागने की आशंका के चलते पंजाब सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के जरिए लुकआउट नोटिस जारी करवा दिया है।
अकाली नेता मजीठिया की के खिलाफ लुक आउट नोटिस
पंजाब में अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हो गया है। ड्रग्स केस के आरोपी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के विदेश भागने की आशंका के चलते पंजाब सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के जरिए लुकआउट नोटिस जारी करवा दिया है। मजीठिया देश छोड़कर ना भागे इसको लेकर सभी बंदरगाह, एयरपोर्ट और दूसरी सभी जगहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
SIT की टीमें कर रही हैं ताबड़तोड़ छापेमारी
मजीठिया की तलाश में SIT की टीमें ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। पंजाब पुलिस की SIT की टीमें अब तक 16 जगहों पर रेड कर चुकी हैं लेकिन मजीठिया का कोई पता नहीं चला है। अब मजीठिया के करीबियों की लिस्ट तैयार की जा रही है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके। पुलिस मजीठिया के ड्रग्स रेकेट के पकड़े जाने के दौरान की कॉल डिटेल्स भी निकलवा रही है। उनसे भी ड्रग केस में पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा STF की टीम रिपोर्ट में दर्ज नेताओं से भी पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है। पंजाब पुलिस की 3 मेंबर्स वाली SIT मजीठिया की तलाश कर रही है। इसके लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।
मजीठिया जल्द जेल में होगा- सुखजिंदर रंधावा
वहीं इसी दौरान पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि बिक्रम मजीठिया जल्द जेल में होगा। मजीठिया पर पुलिस ने सोमवार रात को क्राइम ब्रांच के पुलिस थाने में केस दर्ज किया था लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की योजना थी कि केस दर्ज करते ही मजीठिया को रात में ही गिरफ्तार कर लिया जाए। इसके लिए उन्होंने मजीठिया के मोबाइल की लोकेशन को ट्रैक कर रखा था। मोबाइल लगातार उनके चंडीगढ़ स्थित सरकारी फ्लैट की लोकेशन बता रहा था। इससे सरकार को लग रहा था कि मजीठिया केस से बेखबर हैं और चंडीगढ़ में रुके हैं। सोमवार आधी रात को केस दर्ज करने के बाद जब पुलिस ने वहां रेड की, तो मजीठिया की जगह सिर्फ उनका मोबाइल मिला।
मजीठिया को पकड़ने के लिए अलर्ट सरकार
बता दें कि पंजाब में साल के शरुआत में ही चुनाव होने हैं। ऐसे में मजीठिया को पकड़ने के लिए चन्नी सरकार ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। सरकार किसी तरह मजीठिया को गिरफ्तार कर नशे के मुद्दे पर अपनी इमेज सुधारने की कोशिश कर रही है। वहीं, अकाली दल भी कानूनी रास्ते से मजीठिया के बचाव की कोशिश में जुट गया है।