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पंजाब: हरीश रावत ने अपने बयान को लेकर मांगी माफी, कहा- मुझसे गलती हुई है, मैं लोगों से क्षमा मांगता हूं

n 1 1612810167 पंजाब: हरीश रावत ने अपने बयान को लेकर मांगी माफी, कहा- मुझसे गलती हुई है, मैं लोगों से क्षमा मांगता हूं

पंजाब में कांग्रेस में चल रहे अंदरुनी विवाद के बीच हरीश रावत ने अपने एक बयान को लेकर अब माफी मांगी है। रावत ने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचने को लेकर बुधवार को माफी मांगी।

हरीश रावत ने अपनी इस बयान को लेकर मांगी माफी

पंजाब कांग्रेस में अभी भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से लगातार पंजाब में स्थिति कंट्रोल करने की बात हो रही है लेकिन स्थिति कंट्रोल से बाहर होती जा रही है। इसी बीच पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने अपने एक बयान को लेकर लोगों से माफी मांगी है। कांग्रेस नेतृत्व को ‘पंज प्यारे’ बताकर विवादों में आए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव हरीश रावत ने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने को लेकर बुधवार को माफी मांगी।

‘पंज प्यारे’ शब्द का इस्तेमाल कर फंसे रावत!

पंजाब कांग्रेस में मनमुटाव खत्म करने को केर रावत चंडीगढ़ पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने पंजाब कांग्रेस भवन में बैठक के बाद, राज्य के कांग्रेस प्रमुख एवं चार कार्यकारी अध्यक्षों के लिए ‘पंज प्यारे’ शब्द का उपयोग किया था। आपको बता दें कि पंज प्यारे संबोधन गुरु के पांच प्यारों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह और उनके पंच अनुयायियों से जुड़ा हुआ है जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी। ऐसे में रावत के इस बयान के बाद विरोध होना शुरू हो गया था। जिसके बाद बुधवार को हरीश रावत ने लोगों से माफी मांग ली।

‘मुझसे गलती हुई है, मैं लोगों से क्षमा मांगता हूं’

अपने फेसबुक पेज पर रावत ने ‘पंज प्यारे’ टिप्पणी के लिए ‘गलती’ स्वीकार की। पोस्ट कर रावत ने लिखा, ‘‘कभी-कभी सम्मान जाहिर करने के लिए आप ऐसे शब्द का इस्तेमाल कर जाते हैं, जिन पर आपत्ति उठ सकती है। मैंने भी अपने माननीय अध्यक्ष एवं चार कार्यकारी अध्यक्षों के लिए ‘पंज प्यारे’ शब्द का इस्तेमाल कर गलती की है।’ उन्होंने कहा कि वह देश के इतिहास के छात्र रहे हैं और पंज प्यारों के अग्रणी स्थान की किसी और से तुलना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझसे यह गलती हुई है, मैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए क्षमा प्रार्थी हूं।’

शिरोमणि अकाली दल ने जताई थी नाराजगी

बता दें कि शिरोमणि अकाली दल की ओर से हरीश रावत की टिप्पणी पर आपत्ति जताई गई थी। इसके लिएमाफी की मांग भी की गई थी। जिसके बाद हरीश रावत की आलोचना भी शुरू हो गई थी और अगले ही दिन रावत ने सिख समुदाय के लोगों से माफी मांग ली।

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बढ़ती जा रही कैप्टन और सिद्धू की दूरियां

आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से आंतरिक कलह चल रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले हरीश रावत को इन दोनों के बीच की दूरियां कम करने की जिम्मेदारी दी गई है। रावत कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हैं। पंजाब कांग्रेस की कमान सिद्धू के हाथ सौंपने के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पूरी तरह दो धड़ों में बंट चुकी है। खैर. हरीश रावत ने लोगों से अपने बयान को लेकर जहां माफी मांगी तो वहीं सबकुछ जल्दी ठीक करने की बात कही है।

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