ड्रग्स मामले में आरोपी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की मुश्किलें फिलहाल कम होने का नाम नहीं ले रही है। ड्रग्स केस में मीजिठिया की जमानत पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। सोमवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनी।
ड्रग्स केस में मजीठिया की जमानत पर फैसला सुरक्षित रखा
ड्रग्स मामले में आरोपी अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की मुश्किलें फिलहाल कम होने का नाम नहीं ले रही है। ड्रग्स केस में मीजिठिया की जमानत पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। सोमवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनी। जिसमें मजीठिया के वकीलों ने तर्क दिया कि वह ड्रग्स केस में जांच टीम के आगे पेश हो चुके हैं। अब हाईकोर्ट इस मामले में जल्द फैसला देगा। मजीठिया को हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिली हुई है। जिसे पिछली बार 18 जनवरी को हाईकोर्ट ने 24 जनवरी तक बढ़ा दिया था।
ड्रग्स केस में मजिठिया पर गंभीर आरोप
ड्रग्स केस में अकाली नेता बिक्रम मजीठिया पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। मजीठिया को चुनाव के लिए नशा तस्करों से फंड लेने के साथ दबाव डालकर नशा दिलवाने और समझौते करवाने का आरोपी बनाया गया है। इसमें कहा गया कि कनाडा के रहने वाले ड्रग तस्कर सतप्रीत सत्ता मजीठिया की अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित सरकारी कोठी में भी ठहरते रहे। यहां तक कि मजीठिया ने उसे गाड़ी और गनमैन दे रखा था। अमृतसर की मजीठा विधानसभा सीट से लगातार 3 बार विधायक चुने जा चुके हैं। इस बार भी वह मजीठा से ही चुनाव लड़ रहे हैं।
चुनावों से पहले ड्रग्स पर सियासत तेज
वहीं मजीठिया के ड्रग्स केस मामले में फंसने के बाद अकाली दल इसे बदले की कार्रवाई बता रहा है। वहीं कांग्रेस की ओर से नशा फैलाने के लिए मजीठिया को असली कसूरवार ठहराया जा रहा है। बता दें कि पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनावों को लेकर वोटिंग होनी है। ऐसे में चुनावों से पहले ड्रग्स को लेकर पंजाब में सियासत गर्म है।