नई दिल्ली। बीते शुक्रवार को मोदी सरकार की ओर से बैंकिंग सेक्टर को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। इसके तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक साथ 10 बैंकों के विलय का ऐलान किया। सरकार के विलय के फैसले से शेयर बाजार में निराशा का माहौल देखने को मिल रहा है। इसका नतीजा यह हुआ कि सप्ताह के पहले कारोबारी दिन शुरुआती घंटों में बैंकिंग सेक्टर के शेयर पस्त नजर आए। मंगलवार को निफ्टी में बैंक इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा गिर गया। सेंसेक्स में भी बैंकिंग इंडेक्स में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
बता दें कि विलय के ऐलान के बाद पहले दिन कारोबार के दौरान पंजाब नेशनल बैंक के शेयर 8 फीसदी से अधिक लुढ़क गए। PNB अक्टूबर 2018 के बाद सबसे निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह केनरा बैंक के शेयर में भी 7 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। वहीं यूनियन बैंक के शेयर 6 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ कारोबार करते देखे गए। इसके अलावा इंडियन बैंक, ओरिएंटल बैंक, इलाहाबाद बैंक के शेयर में भी 3 फीसदी से अधिक फिसलन दर्ज की गई। मामूली बढ़त वाले शेयरों में आंध्रा बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं।
वहीं सरकार ने कुल 10 बैंकों के विलय का ऐलान किया है। पहला विलय पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का होगा। वहीं अगर दूसरे विलय की बात करें तो केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक शामिल होगा। जबकि तीसरे विलय के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक एक हो जाएंगे। चौथा विलय इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का होगा। विलय के ऐलान के बाद अब देश में 12 PSBs बैंक रह जाएंगे। इससे पहले साल 2017 में पब्लिक सेक्टर के 27 बैंक थे।
साथ ही सप्ताह के पहले कारोबारी दिन मंगलवार को बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। दोपहर 1 बजे सेंसेक्स की गिरावट 500 अंकों से अधिक की हो गई और यह 36 हजार 830 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। इसी तरह निफ्टी 150 अंक लुढ़क कर 10 हजार 850 के स्तर पर आ गया। वहीं रुपये में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। शुरुआती कारोबार में रुपया 56 पैसे कमजोरी के साथ 71.96 प्रति डॉलर पर खुला। कुछ देर बाद ही यह 72.03 के स्तर पर पहुंच गया।