कोरोना के चलते देश हो या दुनिया दोनों की ही रफ्तार रूकी हुई है। लेकिन फिर भी कोशिश की जा रही है कि, इस मौत के काल में जिंदगी का कैसे बचाया जाए और इन चुनौतियों से भरे हालातों से कैसे निकला जाए। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए पंजाब सरकार ने बड़ा फैलसा लेते हुए फीस मांफ कर दी है। इतनी ही नहीं बच्चों को रि-एडमिशन की फीस भी नहीं देनी होगी।
पंजाब सरकार ने फैसला लिया है कि 2020-21 के अकादमिक सत्र के लिए ऐडमिशन, री-ऐडमिशन और ट्यूशन फीस के पैसे नहीं लिए जाएंगे। राज्य सरकार के मुताबिक, यह फैसला कोरोना संकट के कारण लिया गया है।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के सरकारी स्कूलों और कॉलजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दी है। उन्होंने ऐलान किया है कि साल 2020-21 के सत्र के लिए किसी भी स्टूडेंट से ऐडमिशन, री-ऐडमिशन या ट्यूशन फीस के नाम पर कोई भी पैसा नहीं लिया है। इससे राज्य के एक बड़े छात्र वर्ग और उनके परिवार को राहत मिलेगी।
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पंजाब सरकार के इस फैसले से स्कूली बच्चों और उनके माता-पिता को काफी राहत मिली है। पंजाब सरकार के इस फैसले की देश में काफी तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि, पूरे देश में स्कूली बच्चों की फीस माफ हो जानी चाहिए। ताकि उनकी पढ़ाई खराब न हो। क्योंकि कोरोना ने सभी की स्थिति बिगाड़ के रखी हुई है। इस बुरे वक्त में पंजाब सरकार का फैसला एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है।