अमृतसर। पंजाब में 4 फरवरी को मतदान की प्रक्रिया खत्म होने के बाद एक बार फिर राजनीतिक ग्लियारों में एसवाईएल का मुद्दा उठने लगा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी 23 फरवरी को एक बार फिर से हरियाणा और पंजाब के लोगों के बीच इस मुद्दे पर दोबारा टकराव हो सकता है।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन(पीर मोहम्मद) के प्रमुख करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने एसवाईएल के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि 23 फरवरी को पटियाला जिले के एक गांव को बंद रखा जाएगा। एक तरफ हरियाणा के नेता है तो दूसरी तरफ पंजाब के नेताओं ने ऐलान किया है कि वो 23 फरवरी को ही खुदाई का काम शुरू करेंगे। यदि वह पंजाब में आकर एस.वाई.एल के लिए खुदाई शुरू करते हैं और फेडरेशन के बुलावे पर एकत्र हुए पंजाबी वहां नहर को बंद करते हैं तो दोनों बीच टकराव की संभावना है।
इस मामले में बोलते हुए फैडरेशन प्रमुख करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने कहा कि इस मामले में पहले इनैलो नेताओं ने मुद्दे को छेड़ते हुए नहर की खुदाई करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इस संबंधित 23 फरवरी को देवीगढ़ से एक मार्च शुरू किया जाएगा, जो बाद दोपहर गांव कपूरी पहुंचेगा और वहां एस.वाई.एल का काम शुरू किया जाएगा।
उन्होंने इस सम्बन्धित पंजाब की तीनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं को न्योता दिया है कि वह पंजाब के पानियों को बचाने के लिए आगे आएं। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के सभी गुटों और संगठनों समेत अन्य पार्टियों के नेताओं को जाब के पानियों को बचाने के लिए सहयोग देने के लिए अपील की है।