चंडीगढ़। एक तरफ दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों पर तलवार लटक रही है। संसदीय सचिव के पद के चलते इन विधायकों को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ सकता है, जिसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायक घटकर 46 रह जाएंगे, अगर उप चुनाव में आम आदमी इन सभी सीटों को गवा देती है तो। वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए और पार्टी के संगठनात्मक ढ़ांचे को मजबूत करने के लिए एक उप प्रधान, छह महासचिवों, दस संयुक्त सचिवों समेत अलग-अलग पदाधिकारियों का ऐलान किया है। पार्टी के पंजाब में प्रधान सांसद भगवंत मान और सहायक प्रधान अरुन अरोड़ा ने पदाधिकारियों की सूची जारी की है।
सूची के तहत पार्टी ने मोहन सिंह फलियावाल को पार्टी के उप प्रधान का पद सौंपा है। इसी तरह छह महासचिवों में दिनेश बंसल, अशोक तलवार, करमजीत सिंह ढींडसा, मास्टर प्रेम कुमार, जमील उर रहमान और संदीप धालीवाल शामिल हैं। इसके अलाव संयुक्त सचिवों के पद पर पार्टी ने अजमेर सिंह, जसबीर सिंह गांधी, अकशनूर गदरी, ललित, पुश्पिंदर, वरिंदर शर्मा, गुरप्रताप संधू, संदीप सैनी और सुखजीत सिंह नियुक्त किया हैं। इनमें से कुलदीप सिंह धालीवाल को माझा जोन का प्रधान और गगनदीप सिंह चड्ढा को इंचार्ज पंजाब, पुनीत गर्ग को मालवा-1 का इंचार्ज बनाया गया है।
वहीं मोहन सिंह विर्क को मालवा-2 का इंचार्ज, कृपाल सैनी को मालवा-3 का इंचार्ज, रणजीत सिंह जैसवाल को दोआबा का इंचार्ज और जसकरन बंदेशा को माझा का इंचार्ज नियुक्त किया गया है। कोमल बेला को आइटी सेल पंजाब का इंचार्ज बनाया गया है, जबकि सतिंदर सत्ती को मालवा-1, दिलजोत सिंह जटाना को मालवा-3 का इंचार्ज, नवतेज सिंह को दोआबा का इंचार्ज, गुरसेवक सिंह को माझा का इंचार्ज नियुक्त किया गया है। बताते चलें की पहली बार पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी ने 20 सीटे जीती थी और मुख्य विपक्षी पार्टी का पद अपने नाम किया था।