श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने आत्मघाती हमला किया। इस हमले में 42 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए और 45 जवान घायल हैं। घाटी में काफी लंबे समय के बाद आतंकियों ने आत्मघाती हमले के जरिए सुरक्षाबलों पर बड़े हमले को अंजाम दिया है। कश्मीर घाटी में सेना और अन्य सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर है।
बता दें कि डीजी आरआर भटनागर पहुंचे हैं। सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, गृहमंत्री राजनाथ सिंह को घटना की पूरी रिपोर्ट दी जा रही है। आतंकवादियों ने कुछ मिनट पहले दक्षिण कश्मीर के शोपियां के पुलिस स्टेशन कीगाम पर फायरिंग की है। जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी भाग गए। अलर्ट जारी किया गया है। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इसके अलावा पंजाब में भी अलर्ट जारी किया गया। पठानकोट जम्मू मार्ग पर सुरक्षा बढ़ाई गई।
वहीं कश्मीर में अब तक के सबसे बड़े हमले में शहीद जवानों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमले के दोषियों के खिलाफ भारत कड़ी कार्रवाई करेगा। पुलवामा हमले को लेकर शुक्रवार सुबह 9 बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा संबंधी समिति की बैठक बुलाई गई। बीजेपी ने पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। पार्टी जम्मू-कश्मीर के तीनों क्षेत्रों में पाकिस्तान विरोधी रैलियां निकालेगी।
पुलिस अधिकारियों की माने तो इस हमले में 42 अर्धसैनिक बल के जवान शहीद हुए है और दो अन्य घायल हो गए। घायल जवानों को सेना के 92 बेस अस्पताल श्रीनगर के बादामीबाग में भर्ती कराया गया है। सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा कि CRPF 92, 17 और 54 बटालियन के 44 जवान बस में सवार थे। पुलवामा आत्मघाती हमले में सुरक्षाबलों के जिस बस को निशाना बनाया गया है, उस बस में 42 जवान सवार थे। जम्मू और कश्मीर के गवर्नर के सलाहकार विजय कुमार ने कहा कि शहीद होने वाले जवानों की संख्या करीब 39 है। इस मामले की जांच एनआईए टीम भी करेगी। काफिले पर हमला करने के लिए टाटा सूमो का इस्तेमाल किया गया।
पुलवामा हमले की जांच के लिए एनआईए की 12 सदस्यीय टीम गठित की गई है। इस टीम का नेतृत्व आईजी रैंक के अफसर करेंगे। यह टीम श्रीनगर के लिए रवाना होगी। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि इतना बड़ा काफिला लेकर चलना उचित नहीं था। स्थानीय लोगों को आतंकी भड़का रहे हैं। हमारे सुरक्षाकर्मी मुश्किल परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। हम सभी आतंकियों को खत्म करके दम लेंगे।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी पुलवामा हमले पर संवेदना प्रकट किया। उन्होंने कहा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के हाथ अब तक शहीद जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं, दुख प्रकट करती हूं। उनके परिवारों की वेदना मैं अच्छी तरह समझती हूं। मैं जानती हूं इस शोक की घड़ी में सांत्वना के शब्द पर्याप्त नहीं होते, फिर भी शहीद परिवार के पीछे न केवल कांग्रेस बल्कि पूरा देश खड़ा है। जम्मू कश्मीर में आए दिन हमारे जवान शहीद हो रहे हैं, जो गहरी चिंता का विषय है। मैं सरकार से मांग करती हूं कि इन घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
पुलवामा हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके लिखा कि वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। PM मोदी ने बताया कि पुलवामा में हमले के मद्देनजर स्थिति को लेकर मैंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह जी और अन्य शीर्ष अधिकारियों से बात की। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलवामा हमले पर ट्वीट करते हुए लिखा, पूरे देश में आक्रोश जन्म ले रहा है। पुलवामा आतंकी हमले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल निगरानी रख रहे हैं। वह लगातार CRPF के वरिष्ठ अधिकारी से स्थिति की जानकारी ले रहे हैं।