राज्य में आतंकी घटनाओं में 45 जवानों की जान जा चुकी है। इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। वहीं, शनिवार को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में एक आईईडी को नाकाम करते वक्त सेना के मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए थे।
- शहीद हुए चारों जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे.
- 16 फरवरी को मेजर चित्रेश जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी में आईआई बम को डिफ्यूज करने की कोशिश में शहीद हो गये थे।
- मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को देहरादून में शहीद मेजर श्री चित्रेश बिष्ट के आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी थी
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जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सोमवार को जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी मारे गए। सेना के सूत्रों ने बताया कि पुलवामा में 14 फरवरी को हुए फिदायीन हमले का मास्टरमाइंड कामरान उर्फ राशिद गाजी, स्थानीय जैश आतंकी बिलाल अहमद नाइक उर्फ राशिद भाई और एक अन्य आतंकी मुठभेड़ में मारा गया। इससे पहले मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए। एक आम नागरिक के भी मारे जाने की खबर है। इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया।
सुरक्षाबलों को जम्मू-कश्मीर में पुलवामा से करीब 10 किलोमीटर दूर पिंग्लेना में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।एक का नाम कामरान उर्फ राशिद गाजी जिसने पुलवामा हमले की साजिश रची थी ,सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद
इसके बाद सोमवार तड़के सर्च ऑपरेशन चलाया गया। शहीद हुए चारों जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे। इनमें मेजर वीएस धौंडियाल, हवलदार शिवराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं। एक हेड कॉन्स्टेबल भी शहीद हुआ।