लखनऊ। सरकारी योजनाओं को गांव गांव पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने प्रदेश के सभी ब्लाकों में लोक कल्याण मित्र की नियुक्ति की थी। नियुक्ति के बाद बिना कारण बताए ही तीन महीने बाद सबको निकाल दिया गया था। दुबारा नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदेश के सभी लोक कल्याण मित्र 15 जुलाई 2021 को भाजपा प्रदेश कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे।
लोक कल्याण मित्रों की नियुक्ति के लिए बाकायदा कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पास हुआ था। सभी कल्याण मित्रों को 25 हजार रुपए मानदेय व पांच हजार रुपए यात्रा भत्ता देने की घोषणा हुई थी। इसमें महिलाओं की भागीदारी 30 प्रतिशत करने की बात कही गयी थी। इसमें नियुक्ति के समय कहा गया था कि लोक कल्याण मित्रों का मुख्य काम सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार करना रहेगा। एक साल के लिए नियुक्ति हुई थी और एक साल बाद मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद दुबारा नियुक्ति मिलने की बात थी लेकिन छह महीने काम कराने के बाद सबको हटा दिया गया। सभी जिलों में जिला अधिकारी ने इन्हें नियुक्ति पत्र दिया था। इसमें सर्वाधिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को रखा गया था।
विभोर प्रकाश मिश्रा ने बताया कि दिसम्बर 2018 में लोक कल्याण मित्रों की नियुक्ति सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार करने के लिए हुई थी लोकसभा चुनाव 2019 संपन्न होने के बाद सबको हटा दिया गया सबको पैसा भी नहीं दिया गया विभोर ने कहा कि
अगर लोक कल्याण मित्रों को दुबारा नियुक्ति नहीं दी गई तो इसका नुकसान योगी सरकार को होगा। गुरूवार को हम लोग कार्यालय का घेराव करेंगे