देहरादून। प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जन संवाद समिति ,उत्तराखंड की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश के कई गणमान्य लोगों ने राज्य की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार को आडे हाथों लिया। वनाधिकार आंदोलन , जन स्वास्थ्य अभियान ,उत्तराखंड विमर्श, हरीतिमा सामाजिक संस्था एवं पीपल्स फोरम उत्तराखंड ने इस कार्यक्रम में सहभागिता निभाई।
वक्ताओं ने कहा कि राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में डेंगू का भारी प्रकोप जारी है परन्तु राज्य सरकार द्वारा उसकी रोकथाम के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकेले राज्य की राजधानी देहरादून में लगभग सभी अस्पतालों में सैकडों की संख्या में डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं। उन्होंनेे कहा कि देहरादून महानगर के एकमात्र चिकित्सालय राजकीय दून मेडिकल काॅलेज में डेंगू से पीडित मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है परन्तु राज्य सरकार द्वारा इसके लिए अतिरिक्त चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। राज्य के प्रमुख सरकारी चिकित्सालयों में या तो मशीन खराब पड़ी हुई हैं या दवाई की भारी कमी है।
मरीजों की संख्या के हिसाब से चिकित्सालय में चिकित्सक, चिकित्सकीय स्टाॅफ एवं दवाओं की कोई व्यवस्था नहीं है। चिकित्सालय की आपातकालीन सेवा भी मात्र एक चिकत्सक के भरोसे चल रही है तथा डेंगू के मरीजों को चिकित्सालय से न तो प्लेटलेट्स ही उपलब्ध हो रहे हैं और न ही दवाई उपलब्ध हो पा रही हैं। उल्टे विभाग द्वारा ब्लड टेस्ट, सिटी स्कैन, एम.आर.आई., अल्ट्रासाउण्ड के दाम काफी बढ़ा दिये गये हैं जो गरीब मरीजों की पकड से बाहर होते जा रहे हैं। राज्य सरकार की अटल आयुष्मान योजना का सच भी लोगों के सामने आ चुका है तथा आयुष्मान योजना शोपीस बनकर रह गई है। इस योजना के कार्ड धारक गरीब लोगों का उपचार नहीं मिल पा रहा है। मुख्य वक्ताओं में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय, सत्यनारायण सचान, बची राम कांसवाल, सुरेंद्र अग्रवाल, राजीव जैन, गुलजार अहमद , गरिमा दसौनी ,त्रिलोचन भट्ट, संजय भट्ट,संग्राम सिंह पुंडीर,आशा डोबरियाल इत्यादि ने सभा को संबोधित किया।सभा का संचालन कमलेश खंडवाल ने किया।
सतीश धौलाखंडी जी ने जन गीतों के माध्यम से सरकार को चेतान का प्रयास किया उपस्थित सभी बंधुओं ने उनके सुर में सुर मिला कर अपनी सहभागिता निभाई। श्री किशोर उपाध्याय जी ने ने कहा कि बरसाती मौसम में होने वाली बीमारियों विशेषकर डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी को मद्देनजर रखते हुए राज्य के सभी राजकीय चिकित्सालयों में चिकित्सकों एवं चिकित्सकीय स्टाॅफ तथा दवाओं की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। अंत में भारी बरसात के बावजूद सभी उपस्थित लोगों ने गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जलाकर शासन-प्रशासन की सद्बुद्धि एवं समस्त प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की। सभा में श्री अमरजीत सिंह जी ,ओम प्रकाश सती संदीप चमोली मोहमद फारुख प्रणिता बडोनी रेनू नेगी अनुराधा सावित्री थापा भार्गव चंदोला सुरेंद्र रागढ़ विजय भट्ट इत्यादि भी शामिल थे।