यूपी

रिहाइशी कालोनी में शराब की दुकान को लेकर हंगामा

22222222 रिहाइशी कालोनी में शराब की दुकान को लेकर हंगामा

हरदोई। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार शराब की दुकान के आवंटन के मामले में शासन प्रशासन भी गंभीरता से कार्य कर रहा है । इसी क्रम में आये दिन होने वाले ड्रंक एंड ड्राइव के मामलो पर रोक लगाने के लिए हाईवे पर शराब की दुकानों के लाइसेंस बंद कर दिए। अब इस वित्तीय वर्ष इन शराब की दुकानों को रिहायशी इलाके में खोला जा रहा है । जिले के अधिकारी योगी की मंशा को न समझ कर दुकानों को धार्मिक स्थल स्कूलों के पास भी खोलने की अनुमति दे रहे है,ऐसा लोगो का कहना है ।

22222222 रिहाइशी कालोनी में शराब की दुकान को लेकर हंगामा

मामला है कोतवाली शहर के रिहाइशी कालोनी कन्हईपुर्वा सर्कुलर रोड पर शराब की दुकान के खुलने से आसपास के लोगो ने जमकर हंगामा काटा और रोड जाम कर दिया। लोगो का कहना है कि आबकारी अधिकारी ने बिना जगह का निरीक्षण किए ऐसी जगह दुकान दी है जहां मात्र 25 मीटर पर स्कूल 100 मी के अंदर ही मदरसा और मस्जिद है, आस पास के घरो की महिलाओं का कहना है की बिल्कुल कालोनी के अंदर सड़क पे ही दुकान खुल रही है ,यहाँ न तो पार्क है हम सब शाम को अपने घर के बाहर निकल कर बैठते है। अगर ये ठेका खुलता है तो हम सभी का निकलना दुशवार हो जायेगा। जाम की जानकारी मिलते ही प्रशाशन हरकत में आ गया चुकी मामला कानपूर रोड से जुडी सरकुलर रोड का के रिहायसी कालोनी का था तो आनन फानन में लोगो को समझकर जाम खुलवाया गया।

शराब की नई दुकान के आवंटन से मोहल्ले वासियो में जबरदस्त नाराजगी है उनका कहना है की हमारे पास कुछ दुरी पे मस्जिद व मंदिर है स्कूल भी है शाम को घर की महिलाएं अपने घरो के बाहर बैठती है ऐसे में शराब का ठेका यहाँ पर उचित नहीं है। प्रशासन अगर इसको हटाता नहीं है तो निश्चित ही हम सब विरोध प्रदर्शन करेंगे चाहे इसके लिए हमें कुछ भी करना पड़े। इस सन्दर्भ में जब आबकारी अधिकारी का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने व्यस्तता के चलते इस विषय पर बात करने से मना कर दिया ।

rp ashish singh Hardoi Up रिहाइशी कालोनी में शराब की दुकान को लेकर हंगामा -आशीष सिंह

Related posts

ललितपुर: शराब की दुकान के खिलाफ करणी सेना का हल्‍ला बोल, महिलाओं ने की तोड़फोड़  

Shailendra Singh

लखनऊ के आबकारी अधिकारी जितेंद्र पाल की कोरोना से मौत

Shailendra Singh

लोहिया संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के तुगलकी फरमान को वापस लेने की मांग

sushil kumar