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लेबनान के विदेश मंत्रालय पर प्रदर्शनकारियों ने बोला धावा

लेबनान

लेबनान के विदेश मंत्रालय पर प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को धावा बोल दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के प्रयास किए जिसके लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे सभी प्रदर्शनकारी बेरुत में हुए विस्फोट से नाराज हैं। प्रदर्शनकारियों में सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने विदेश मंत्रालय के मुख्यालय को भी घेरा। इस दौरान सभी प्रदर्शनकारी सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। आपको बता दें कि बेरुत में धमाके में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। जिसके लिए प्रदर्शनकारी सरकार को उसकी लापरवाही के लिए इस्तीफे की मांग कर रहे हैं साथ ही प्रदर्शनकारी में लोगों की गई जान को लेकर भारी रोष जता रहे हैं। इसको लेकर लोग सड़कों पर उतरे जिसके बाद उन्होंने विदेश मंत्रालय को घेरा और अपनी मांग को उठाया। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों के ना रुकने पर पुलिस ने उन्हे बार बार समझने की कोशिश की। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे जिसके बाद प्रदर्शनकारियों की भीड़ तितर-बितर हो गई।

लेबनान में लापरवाही के चलते हुआ विस्फोट

लेबनान के सीमा शुल्क अधिकारी सेना सुरक्षा एजेंसियों और न्यायपालिका के अधिकारियों ने पिछले 6 वर्षों में कम से कम 10 बार इस बात को लेकर चेतावनी दी थी कि बेरुत के बंदर गांव में विस्फोटक रसायनों का जखीरा पड़ा है उसकी सुरक्षा लगभग न के बराबर है साथ ही हाल ही में सामने आए कुछ दस्तावेजों से यह पता चलता है कि राष्ट्रपति मिचेल ओमनी कहा है कि उन्हें करीब 3 हफ्ते पहले खतरनाक रसायन भंडार के बारे में जानकारी दी गई थी और उन्होंने फौरन सैन्य तथा सुरक्षा एजेंसियों को आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिए थे।

प्रदर्शनकारियों ने सरकार और प्रसाशन पर लगाए आरोप

प्रदर्शनकारियों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि सरकार और प्रशासन ने पूरी तरह लापरवाही दिखाई है मामले की जानकारी होते हुए भी सरकार व प्रशासन ने अपनी ओर से कोई कदम नहीं उठाया जिसकी वजह से धमाका हुआ और इस धमाके में भारी संख्या में लोगों की जान गई जिसकी जिम्मेदार सरकार को बताया जा रहा है और सरकार से लगातार इस्तीफे की मांग की जा रही है। साथ ही प्रसाशन के खिलाफ भी रोष देखने को मिला है।

अमोनियम नाइट्रेट में हुआ था विस्फोट

बेरुत पहुंच पर हुए दो भीषण विस्फोट में तकरीबन 154 लोगों की मौत हो गई और 5 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं बताया जा रहा है यह लेबनान के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट था इस विस्फोट से अनाज के बड़े गोदाम पूरी तरह तबाह हो गए और बंदरगाह के इलाकों में तबाही मच गई। इस भयंकर विस्फोट से शहर के कई इलाकों में शीशा और मलबा बिखरा है। आपको बता दें कि यह विस्फोट 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट में हुआ था विस्फोट और उर्वरक के काम में आने वाले रसायन को 2013 में एक पोत से जब्त किया गया था और तभी से यह बंदरगाह पर रखा हुआ था।

आसपास के इलाकों में मची तबाही

धमाका इतना भयंकर था कि शहर के आसपास के इलाकों में इस धमाके से तबाही मच गई बड़ी बड़ी बिल्डिंग के ताश के पत्तों की तरह बिखर गई जिन लोगों ने इस धमाके को देखा उनकी रूह तक कांप गई धमाके से शहर को भारी नुकसान हुआ है जिसको समेटने में प्रशासन लगा हुआ है। सरकार और प्रसाशन अपनी और से पूरे प्रयास कर रही है। जिससे शहर में फिरसे शांति कायम की जा सके। शहरवासियों का जीवन वैसे ही बनाया जा सके। लोग बार बार सरकार और प्रसाशन को इसका जिम्मेदार बता रहे है। प्रसाशन नहीं लोगों को समझाने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही शांति बनायें रखने की अपील भी कर रहा है।

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