लखनऊ: निजीकरण के फैसले पर मोदी सरकार के खिलाफ बैंक कर्मी नाराज दिखाई दे रहे हैं। इसी का परिणाम है कि सभी ने देशव्यापी हड़ताल करने का फैसला किया है। यह हड़ताल 15 और 16 मार्च को होगी।
एसबीआई के महामंत्री ने दी जानकारी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के महामंत्री ने प्रेस वार्ता करके इस बारे में अधिक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी बैंक कर्मी निजीकरण के फैसले का विरोध कर रहे हैं। इसी के चलते देश भर में 2 दिन की हड़ताल की जाएगी। इस दौरान किसी भी तरीके का कामकाज नहीं होगा।
15 वर्ष 16 मार्च को यह हड़ताल करने की योजना बनाई जा रही है। इसकी घोषणा स्टेट बैंक की मुख्य शाखा से जारी की गई है। सभी बैंक कर्मियों का कहना है कि निजीकरण का परिणाम अच्छा नहीं होगा। इसीलिए सभी मिलकर इसका विरोध कर रहे हैं। इस हड़ताल में ग्रामीण बैंकों ने भी शामिल होने का ऐलान कर दिया है।
शनिवार से मंगलवार तक कामकाज ठप
दो दिन की हड़ताल के चलते बैंक के कामकाज पर बड़ा असर पड़ेगा। इससे आम जनता को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अगर तारीखों पर नजर डालें तो यह हड़ताल 4 दिनों तक प्रभावी हो सकती है। 13 को दूसरा शनिवार और 14 को रविवार, इसीलिए शनिवार से लेकर मंगलवार तक बैंक का कामकाज पूरी तरह से ठप रहेगा। यह हड़ताल सरकारी बैंको के निजीकरण के विरोध में की जा रही है।