लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत को लेकर कांग्रेसी नेताओ ने जमकर मोदी, योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम किसानों के समर्थन में आए हैं, जो मर्डर हुए है लखीमपुर में उसका विरोध करने आए हैं। हमारी दीदी प्रियंका गांधी को बगैर वजह के अरेस्ट कर लिया गया। वह क्या गलत करने जा रही थी। वह जा रही थी किसानों का दुख दर्द बांटने के लिए अब तक ना तो मंत्री के लड़के पर कार्रवाई हुई है , ना ही कोई बीजेपी ने ऐसा कदम उठाया ताकि हम लोग समक्ष सकें कोई कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले से ही मुकदमा लगाने में रिकॉर्ड बना चुकी है जो कार्य करता है कोई समाजसेवी अगर काम अच्छा करना चाहता है तो आपके सामने भली-भांति उसे उठाकर बंद कर दिया जाता है। कोई सुनवाई नहीं है दीदी को रिहा नहीं किया जाता है तब तक हम भी धरना प्रदर्शन करते रहेंगे चाहे हमें भी जेल भेज दिया जाए इस काम में तो शासन नंबर वन है।
बता दें कि पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकार ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए सभी मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए देने का ऐलान किया। यानी, हर मृतक के परिवार को कुल एक-एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- अगर एक हफ्ते के भीतर सरकार समझौते को लागू नहीं करती है तो देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। बता दें कि टिकैत ने ही UP सरकार के साथ बातचीत करके दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया था।
बता दें कि रिहाई के बाद प्रियंका गांधी शीला कौल आवास से बहराइच के लिए रवाना हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओ के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा बहराइच के लिए रवाना हुई। प्रियंका गांधी वहां लखीमपुर कांड में मृतक किसान के परिजनों से मिलगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बहराइच जाते हुए नवरात्रि के पहले दिन पर अर्जुनगंज, लखनऊ स्थित घंटी वाली मरी माता के मंदिर में पूजा-अर्चना की।
वहीं बता दें कि प्रियंका के बाद अब अखिलेश यादव और उनके काफिले को एल. आर.पी.चौराहे पर रोका गया। प्रशासन ने केवल 5 गाड़ियों को ही जाने की परमिशन दी थी। गाड़ियां रोके जाने पर सपा कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। अखिलेश यादव भी मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।