लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर बोर्ड परीक्षा के मामले में अपनी बात रखी। उन्होंने इस विषय में दोबारा पुनर्विचार करने के लिए कहा।
सब की आवाज सुनी जानी चाहिए
प्रियंका गांधी ने कहा कि मुझे बहुत सारे बच्चों, माता पिता और अध्यापकों से 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर सुझाव मिले हैं। इन सभी पर शिक्षा मंत्री को विचार करना चाहिए, सबकी आवाज सुनना उनकी जिम्मेदारी है। पत्र में महामारी के बीच बोर्ड परीक्षा करवाने को लेकर चिंता जताई गई। प्रियंका गांधी ने कहा कि इसके पहले भी मैंने कई मौकों पर इस विषय में अपनी बात रखी है।
I have written to the Minister of Education summarising numerous suggestions I received from students, parents and teachers regarding the 12th standard CBSE exams. Their voice must be heard. pic.twitter.com/NIj4Jly0Hv
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 31, 2021
प्रशासन को सभी की संवेदना और मानसिक स्थिति को समझने की जरूरत है। बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं, पिछले वर्ष से लगातार सभी इस संकट का सामना कर रहे हैं। इस दौरान सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद रहे, बहुत सारे संक्रमण का भी शिकार हो गए। बहुत लोगों ने अपने अपनों को खो दिया।
बच्चों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि सभी बच्चे सुरक्षित रहें और स्वस्थ रहें। भीड़भाड़ वाले परीक्षा हॉल में बोर्ड परीक्षा को संचालित करना किसी भी तरह से सही नहीं है। कई अलग-अलग देशों में आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से बच्चों की परीक्षा संचालित की गई है। इस विचार को भी ध्यान में रखा जा सकता है।
बता दें कि महामारी के बीच दसवीं की बोर्ड परीक्षा पहले ही स्थगित कर दी गई है। 12वीं के छात्रों की परीक्षा कराए जाने पर विचार किया जा रहा है। इसी मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्र लिखकर अपनी चिंता जताई और शिक्षा मंत्री से दोबारा पुनर्विचार करने की बात कही।