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मजदूरों के लिए चलाई जा रहीं बसों पर बीजेपी के झंडे लगवाने को क्यों कह रहीं प्रियंका गांधी?

priyanka 1 मजदूरों के लिए चलाई जा रहीं बसों पर बीजेपी के झंडे लगवाने को क्यों कह रहीं प्रियंका गांधी?

जहां एक तरफ कोरोना ने देश के साथ दुनिया को मौत के मुंह में धकेल दिया है तो वहीं दूसरी तरफ यूपी की सियासत ने भी दिलचस्प मोड़ ले लिया है।

yogi 1 मजदूरों के लिए चलाई जा रहीं बसों पर बीजेपी के झंडे लगवाने को क्यों कह रहीं प्रियंका गांधी?
और ले भी क्यों न यूपी में नेताओं के बीच चीठियों का आदान-प्रदान चल रहा है तो वहीं मजदूर अभी भी पैदल चल रहे हैं।

इस बीच प्रियंका गांधी के एक बयान सुर्खियों में आ गया है।कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यूपी की योगी सरकार को जवाब दिया है। प्रियंका ने कहा कि हम लोगों की मदद करना चाहते हैं, इसमें राजनीति ना ढूंढें।

बसों की लिस्ट में बाइक और टेम्पो के नंबर होने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर ऐसे कुछ नंबर हैं भी हम नए नंबर देने को तैयार हैं।

प्रियंका ने यह भी कहा कि हमें क्रेडिट नहीं चाहिए, आप परमिशन दीजिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आपको क्रेडिट लेना हो तो चाहें तो आप बसों पर भारतीय जनता पार्टी का झंडा लगा लीजिए।

पिछले कई दिनों से जारी ड्रामे पर प्रियंका गांधी ने कहा, ‘जितना समय हमने पिछले 24 घंटे में राजनीतिक उलझनों में गंवाया, उतने में हम 92 हजार लोंगों को घर भेज सकते थे।

प्रवासी मजदूरों पर राजनीति ठीक नहीं है। मैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी से कहना चाहती हूं कि हमारी 500 बसें चार बजे तक खड़ी हैं। हो सके तो उन्हें मंजूरी दें, जिससे प्रवासी मजदूर अपने घर जा सकें। 4 बजे के बाद हम उसी तरह से बसें हटा लेंगे, जैसे पहले भी हटा चुके हैं।

इस लंब चौड़े ड्रा मे के बाद अब प्रियंका गाँधी की बसो को वापस लौटा दिया है।आपको बता दें, यूपी में लगातार अवैध गाड़ियों से आ रहे लोगों की एक्सीडेन्ट में लगातार मौत हो रही है। इसके साथ ही लोग पैदल चने पर भी मजबूर हैं।

जिसको देखते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इन मजबूर मजदूरों के लिए 1 हजार बसें लगाने के लिए परमिशन मांगी थी।

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लेकिन योगी सरकार की तरफ से मजदूरों की मदद के लिए खड़ी बसों को परमिशन नहीं दी गई जिसको लेकर पर यूपी में सियासी पारा चढ़ गया है।
इस सियासत का शिकार गरीब मजदूर हो रहे हैं।

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