लखनऊ। पूरे देश में कोरोना के कहर के बीच यूपी में प्रवासी मजदूरों का लौटना शुरू हो गया है। वहीं प्रवासी मजदूरों को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है।
श्रमिकों को उनके हाल पर छोड़ा: प्रियंका
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कोविड की भयावता को देखकर ये तो स्पष्ट था कि सरकार को लॉकडाउन जैसे कड़े कदम उठाने पड़ेंगे लेकिन प्रवासी श्रमिकों को एक बार फिर उनके हाल पर छोड़ दिया।
कोविड की भयावहता देखकर ये तो स्पष्ट था कि सरकार को लॉकडाउन जैसे कड़े कदम उठाने पड़ेंगे लेकिन प्रवासी श्रमिकों को एक बार फिर उनके हाल पर छोड़ दिया। क्या यही आपकी योजना है?
नीतियां ऐसी हों जो सबका ख्याल रखें। गरीबों, श्रमिकों, रेहड़ी वालों को नकद मदद वक्त की मांग है। कृपया ये करिए pic.twitter.com/GtvWKF6mAT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 20, 2021
प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या यही आपकी योजना है? कांग्रेस महासचिव ने कहा कि नीतियां ऐसी होनी चाहिये जो सबका ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि गरीबों श्रमिकों, रेहड़ी वालों को नकद मदद वक्त की मांग है। इसलिए कृपया गरीबों का ध्यान दीजिए।
सपा भी सरकार पर बरसी
वहीं प्रवासी मजदूरों को लेकर समाजवादी पार्टी ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी ने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन लगने के कारण प्रवासियों का उत्तर प्रदेश लौटना शुरू हो गया है।
दिल्ली में लॉक डाउन लगने के कारण प्रवासियों का उत्तर प्रदेश लौटना शुरू!
पिछले साल से सबक लेते हुए सरकार प्रवासियों को घर तक वाहन की सुविधा मुहैया कराए साथ ही उनके रहने खाने का भी इंतजाम करें।
मुख्यमंत्री पिछले साल की तरह इस वर्ष प्रवासियों मजदूरों के जीवन से खिलवाड़ ना करें। pic.twitter.com/FtFk5lTSgN
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 20, 2021
सपा ने कहा कि योगी सरकार ने पिछले साल से सबक लेते हुए प्रवासियों को घर तक वाहन की सुविधा मुहैया कराए साथ ही उनके रहने खाने का भी इंतजाम करना चाहिए। सपा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी को पिछले साल की तरह इस वर्ष भी प्रवासियों मजदूरों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है।
पैदल ही गंतव्य की ओर निकल पड़े श्रमिक
बता दें कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने छह दिन का पूर्णकालिक लॉकडाउन घोषित कर दिया है। इससे यूपी और बिहार के प्रवासी मजदूरों का तेजी से पलायन शुरू हो गया है। जगह जगह मजदूर एक बार फिर से यूपी और बिहार की तरफ कूच करने लगे हैं।
वहीं एक बार फिर से बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ देखी जा रही है। इसके अतिरिक्त कुछ मजदूर तो साल 2020 को 25 मार्च में लगे लॉकडाउन की तरह पैदल ही गंतव्य की ओर निकल पड़े हैं।