शामली। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले भाजपा को झटका देने वाली डॉ. प्रियंवदा तोमर ने बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अध्यक्ष अजीत सिंह से मुलाकात की है। उन्होंने बुधवार को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।
राज्य महिला आयोग की सदस्या पद से भी इस्तीफा देने वाली डॉ. प्रियंवदा तोमर के रालोद में शामिल होने की सुगबुगाहट है। उनके द्वारा भाजपा से इस्तीफा देने के बाद आज आरएलडी अध्यक्ष से मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा
वर्ष 2013 में बीजेपी में शामिल हुईं डॉ. प्रियवंदा तोमर को भाजपा सरकार में राज्य महिला आयोग की सदस्या बनाया गया था। मगर, बीते बुधवार (6 अप्रैल) को उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी की प्रदेश कार्य कारिणी एवं प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा भेज दिया है।
किसान आंदोलन को लेकर सरकार संवेदनहीन: प्रियंवदा सिंह
शामली निवासी डॉ. प्रियवंदा ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को भेजे त्यागपत्र में लिखा कि, वे किसान परिवार से आती हैं। किसान बीते 131 दिनों से नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, जिसमें 300 से ज्यादा किसान शहीद भी हो चुके हैं, लेकिन सरकार संवेदनहीन बनी हुई है। इससे उन्हें आहत हुआ है।
डॉ. प्रियंवदा सिंह तोमर ने आरोप लगाया कि, वे महिला आयोग की सदस्य होने के बाद भी महिलाओं को न्याय नहीं दिला पा रही हैं। बीजेपी में योग्य महिलाओं की घोर उपेक्षा हो रही है, जबकि भ्रष्टाचार चरम पर है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को अलग से भेजा इस्तीफा
उन्होंने कहा कि, इन सब बातों से क्षुब्ध होकर वह भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी, प्राथमिक सदस्यता के साथ-साथ राज्य महिला आयोग के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे रही हैं। डॉ. प्रियंवदा ने आयोग की अध्यक्ष को भी अलग से राज्य महिला आयोग के सदस्या पद से इस्तीफा प्रेषित किया है।