प्रधानमंत्री ने पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण- 2018 के आधार पर अधिकतम जन भागीदारी के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले जिलों और राज्यों को पुरस्कृत किया। गौरतलब है कि पुरस्कार राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन के समापन सत्र में प्रदान दिए गए।
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हरियाणा को सर्वश्रेष्ठ राज्य का खिताब दिया मिला है।वहीं महाराष्ट्र के सतारा जिले को स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 की रैंकिंग में सबसे अच्छे जिले का स्थान मिला। उत्तर प्रदेश को पेयजल और स्वच्छता के क्षेत्र में सर्वाधिक जनभागीदारी के लिए पुरस्कृत किया गया।बाद में केन्द्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने शीर्ष स्थान पाने वाले देश के तीन राज्यों और जिलों को प्रवासी भारतीय केंद्र में पुरस्कार प्रदान किए।
पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने एक स्वतंत्र सर्वेक्षण एजेंसी के माध्यम से मात्रात्मक और गुणात्मक स्वच्छता,मानकों के आधार पर भारत के सभी जिलों की रैंकिंग निर्धारित करने के लिए ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण- 2018’ (एसएसजी 2018) की शुरुआत की थी।
रैंकिंग निर्धारित करने के लिए स्कूलों, आंगनवाड़ी, पीएचसी, हाट व बाजर, और पंचायतों जैसे सार्वजनिक स्थलों और स्वच्छता के प्रति लोगों की धारणा व एसबीएम-जी आईएमआईएस की ओर से कार्यक्रम और डेटा सुधार के लिए दिए गए सुझावों को आधार बनाया गया था।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के तहत पूरे भारत में 685 जिलों के 6786 गांवों को शामिल किया गया था। गौरतलब है कि इनमें 6786 गांवों में 27,963 सार्वजनिक स्थानों अर्थात स्कूल,आंगनवाड़ी, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र, बजार व धार्मिक स्थानों आदि का सर्वेक्षण एक स्वतंत्र एजेंसी ने किया था।एसबीएम-जी संबंधित मुद्दों पर गांववासियों की प्रतिक्रिया जानने के लिए लगभग 182,531 नागरिकों का साक्षात्कार किया गया था। इसके अलावा एप आदि से भी आकड़े जुटान मे सहयोग मिला है।