लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में हार्ट अटैक या अन्य दूसरी आपातकालीन बीमारियों की स्थिति मरीज की जान बचाने के प्राथमिक टिप्स दिए गए। बिना चिकित्सकीय उपकरणों के इस विधि से मरीजों को गंभीर होने की दशा में पहुंचने से बचाया जा सकता है।
शुक्रवार को किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में एनास्थिसियोलोजी एंड क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट द्वारा बेसिक / एडवांस लाइफ सेविंग कोर्सेस का शुभारम्भ किया गया।
भारतीय पुनर्जीवन परिषद, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट ने देश के सामाजिक-आर्थिक/सांस्कृतिक वातावरण को ध्यान में रखते हुए पुनर्जीवन हेतु दिशानिर्देश तैयार किए हैं। राष्ट्रीय परिषद द्वारा एनेस्थिसियोलॉजी विभाग, केजीएमयू को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में मान्यता दी गई है।
केजीएमयू अब आम जनता को अचानक कार्डियक अरेस्ट के बारे में जागरूकता और कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) करने के तरीके के बारे में प्रशिक्षण देगा।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि व किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक समेत अन्य बिमारियों का दौरा पड़ने पर कई बार जानकारी के अभाव में प्राथमिक इलाज न मिलने से पीड़ित की मौत हो जाती है।
बेसिक लाइफ सेविंग की जानकारी से बिना किसी उपकरण मरीज को अस्पताल पहुँचने तक सांस देकर जान को बचाया जा सकता है। कुलपति ने इस प्रशिक्षण कोर्स के शुभारम्भ पर शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम का आयोजन एनास्थिसियोलोजी एंड क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के हेड प्रो जी पी सिंह और प्रो मोनिका कोहली के तत्वाधान में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में पैरामेडिकल साइंसेस के अधिष्ठाता प्रो विनोद जैन, डॉ हेमलता, डॉ सतीश वर्मा, डॉ प्रेम राज सिंह, डॉ रवि प्रकाश एवं छात्र छात्राएं प्रमुख रूप से सम्मिलित हुए।