वाराणसी: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को सोनभद्र का दौरा किया। यहां उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। सबसे पहले सुबह 10.20 बजे राष्ट्रपति अपने विशेष हेलिकॉप्टर से बभनी के सेवाकुंज आश्रम में पहुंचे। यहां उनकी अगवानी जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों ने की।
वहीं सेवाकुंज आश्रम में पहुंचने से पहले राष्ट्रपति बरेका गेस्ट हाउस में आराम करने के बाद सुबह 9.30 बजे हेलिकॉप्टर से सोनभद्र के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहीं।
‘वनवासी समाज का विकास जरूरी’
सोनभद्र पहुंचने पर राष्ट्रपति ने आदिवासियों को संबोधित किया। महामहिम ने कहा कि आदिवासी और वनवासी समाज के विकास के बिना राष्ट्र का विकास नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने लंका पर जो विजय प्राप्त की, उसके लिए भी उन्होंने वनवासियों को साथ लिया।
उन्होंने कहा कि आदिवासी, वनवासी देश और अपनी संस्कृति की रक्षा सनातन परंपराओं के अनुसार करें। उन्होंने वनवासियों-आदिवासियों से कहा कि उनकी दशा देखकर चिंता होती है। महामहिम ने कहा कि उनके विकास के लिए अभी और काम करने की जरूरत है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि उन्हें खुशी है कि सेवाकुंज आश्रम अपने प्रयास से आदिवासियों-वनवासियों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।
राष्ट्रपति ने की सीएम योगी की तारीफ
राष्ट्रपति ने कहा कि यहां के बच्चों को प्राथमिक पढ़ाई के बाद बाहर नहीं जाना होगा। उन्हें जिले में ही मेडिकल कालेज में पढ़ने और डॉक्टर बनने का सौभाग्य प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस दिशा में काफी अच्छा काम कर रहे हैं।
महामहिम ने कहा कि सेवा आश्रम के लिए जब बीस साल पहले जमीन खरीदी गई थी तो कहा गया था कि यहां पर बच्चों को शिक्षित किया जाएगा। आज इस आश्रम के सदुपयोग को देखकर अत्यंत ही खुशी हो रही है।
स्थानीय भाषा में बोले महामहिम
राष्ट्रपति कोविंद ने अपने भाषण की शुरुआत स्थानीय भाषा में की। उन्होंने कहा कि सबन भाई-बहिनी को जोहार। माई बिंध्यवासिनी अउर ज्वाला देवी के आसीरबाद लेवे के खातिर अउर अपने बनवासी समाज के भाई-बहिनी से मिले हम ई सोनांचल में आज आइल हई। महामहिम ने कहा कि आज उहें भगवान बिरसा मुंडा की याद आ रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंग्रेजों के शोषण से वन संपदा और वनवासी समुदाय की भगवान बिरसा ने रक्षा की और अंतत: युद्ध में शहीद हो गए। भगवान बिरसा का जीवन पूरे देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत है।
अक्षम बच्चों को पढ़ाएगी सरकार: सीएम
वहीं कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आदिवासी किशोरी से संवाद किया। सीएम ने कहा कि आदिवासी और वनवासी समाज के अक्षम बच्चों को खोजकर उनको पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए सरकार पूरी तरीके से कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर घर नल और हर घर जल की व्यवस्था करने के लिए शीघ्रता से प्रयास कर रही है। स्वच्छ जल के लिए हमारी सरकार वचनबद्ध है।
चाक-चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए एसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महामहिम के कार्यक्रम में पांच पुलिस अधीक्षक, 15 अपर पुलिस अधीक्षक, 30 सीओ के अलावा बड़ी संख्या मे फोर्स के जवान मौजूद रहे। राष्ट्रपति कोविंद की सुरक्षा में 24 प्रभारी निरीक्षक के अलावा पांच बटालियनों के साथ एनएसजी कमांडो और 12 मजिस्ट्रेट भी तैनात रहे।