लखनऊ: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार को बाबासाहेब साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के नौवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि, यह पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जिसके दीक्षांत समारोह में मैं दूसरी बार सम्मिलित हो रहा हूं। इससे पहले 2017 में मुझे इस विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने का अवसर मिला था।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि, यह विश्वविद्यालय वंचित वर्ग के विद्यार्थियों के समावेशी विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित हैं, जिससे विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के अवसर बढ़े हैं। इस वर्ग के विद्यार्थियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर अलग से पदक प्रदान करके प्रोत्साहित करना भी सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा, यह विश्वविद्यालय बाबासाहेब के समतामूलक समाज के सपनों को पूरा कर रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा मेरे दिए गए सुझाव पर एलुमनाई एसोसिएशन की स्थापना कर शिक्षा व रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने पर उन्होंने विश्वविद्यालय को बधाई भी दी।
बाबासाहेब के सपनों को सच कर रहीं बेटियां: राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विश्वविद्यालय को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सांस्कृतिक केंद्र के साथ तालमेल स्थापित कर बाबासाहेब के विचारों को प्रसारित करने का सुझाव दिया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को युवाओं की वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप बताया, साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में उठाए गए कदमों की प्रशंसा भी की। उन्होंने देश में बेटियों के योगदान की भी चर्चा की साथ ही विद्यालय में बेटियों द्वारा अधिक गोल्ड मेडल प्राप्त करने को स्वस्थ समाज की तरफ बढ़ता कदम बताया। बेटियों की उपलब्धि को उन्होंने बाबासाहेब के सपनों को सच होता हुआ बताया।
इस अवसर पर भारत की प्रथम महिला सविता कोविंद, विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, समारोह के अध्यक्ष विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रकाश सी. बरतूनिया, कुलपति आचार्य संजय सिंह मंच पर उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के ‘भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह’ में समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कोविड के मद्देनजर कार्यक्रम ऑनलाइन, ऑफलाइन, ब्लेंडेड मोड से आयोजित किया गया।
सावित्रीबाई फूले महिला छात्रावास का शिलान्यास
इसके बाद राष्ट्रपति कोविंद द्वारा विवि के सावित्रीबाई फूले महिला छात्रावास का शिलान्यास किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की गई वित्तीय सहायता से निर्मित इस महिला छात्रावास में लगभग 204 छात्राओं के ठहरने की क्षमता है। इस छात्रावास में कुल 68 रूम हैं।
राष्ट्रपति ने सात यूनिवर्सिटी टॉपर्स- स्नातक के 2 छात्र (बीएससी फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी के भानु प्रताप सिंह और बीटेक कंप्यूटर इंजीनियरिंग की प्रियंका गौतम), परास्नातक के 2 छात्र (एमएससी जियोलॉजी के शुभम मिश्रा तथा एमएससी एग्रीकल्चर की पूजा मीना), एमफिल के 2 छात्र (एमफिल स्टैटिस्टिक्स की शान्या बघेल और एमफिल इन्फॉर्मेशन एंड लाइब्रेरी साइंस की कुमारी निहारिका) और इतिहास विभाग की मिस अंजू रावत को आर. डी. सोनकर फाउंडर समता समाज अवार्ड प्रदान किया।
इन्हें भी मिलीं डिग्रियां
इसके अलावा कुलाधिपति द्वारा इस वर्ष कुल 1424 अभ्यर्थियों (771 छात्र और 653 छात्राएं) को डिग्री प्रदान की गई। डिप्लोमा कोर्स में कुल 18 डिग्री (7 छात्रों और 11 छात्राओं) मिलीं। स्नातक के 423 अभ्यर्थियों को डिग्री मिली जिसमें 262 छात्र एवं 161 छात्राएं हैं। परास्नातक में कुल 815 अभ्यर्थियों ने इस वर्ष डिग्री प्राप्त की जिसमें 416 छात्र और 399 छात्राएं हैं। एमफिल के कुल 37 अभ्यर्थी जिसमें 10 छात्र और 27 छात्राएं शामिल हैं, इस वर्ष डिग्री प्राप्त की। पीएचडी में कुल 131 डिग्री प्रदान की गई जिसमें 76 पुरुष और 55 महिला शोधार्थी शामिल हैं।