देहरादून। विधि विधान व वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट शनिवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी बद्रीनाथ मंदिर के गर्भगृह में पूजा के लिए पहुंच गए हैं। करीब एक घंटे पूजा-अर्चना के बाद वह वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
ब्रह्म मुहूर्त में 4:15 बजे श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा पूरी तरह से शुरू हो चुकी है। अब आगामी छह माह तक भगवान बद्री विशाल की पूजा यहीं होगी। बद्रीनाथ धाम में आधी रात के बाद ही मंदिर में प्रवेश करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।
कपाट खुलते ही भगवान बद्री विशाल के जयकारों से बद्रीनाथ धाम गूंज उठा। इस दौरान सेना के बैंड की धुन के साथ ही श्रद्धालु भगवान के जयकारे लगाते रहे। इस मौके पर करीब दस हजार श्रद्धालुओं की भीड़ थी।
कपाट खुलने के पहले दिन ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मंदिर में पूजा करने पहुंचे। कार से उतरने के बाद मंदिर परिसर पहुंचने में पालकी से जाने की बजाय वह भगवान के दर पर पैदल चलकर गए। इस दौरान प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उन्हें पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति मंदिर परिसर के निकट छोटा राष्ट्रपति भवन (गुजराती धर्मशाला) गए। यहां वह स्नान करने के बाद मंदिर में पूजा के लिए गए।
बद्रीनाथ में राष्ट्रपति की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सुबह करीब सवा सात से मंदिर परिसर को जीरो जोन कर दिया गया और मंदिर परिसर से श्रद्धालुओं को हटा दिया गया। साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन रोक दिए गए है। राष्ट्रपति के लौटने के बाद ही श्रद्धालु फिर से दर्शन कर सकेंगे।
इससे पहले, राजभवन में विश्राम करने के बाद सुबह करीब सवा सात बजे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वह सुबह करीब सवा सात बजे सेना के विशेष विमान से बद्रीनाथ के लिए रवाना हुए थे। सुबह करीब 8:25 पर उनके हेलीकॉप्टर ने बद्रीनाथ धाम में बनाए गए सेना के हेलीपैड पर लैंड किया।