लखनऊ। कोरोना का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना के बढ़ते प्रभव को कम करने के लिए वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है। वहीं कुछ देशों में वैक्सीन दी भी जाने लगी है। इसी बीच भारत सरकार कोरोना के टीके के लिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ ही आज उत्तर प्रदेश में कोरोना के टीकेकरण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन सोमवार और शुक्रवार के दिन किया जाएगा। वैक्सीनेशन जनवरी में शुरू होने की संभावना को देखते हुए तैयारी की जा रही है। कोरोना वैक्सीनेशन की दो डोज 28 दिन के अंतर में लगाई जाएंगी। गुरुवार से लखनऊ में कोरोना कोरोना वैक्सीनेशन के लिए चिकित्सा अधीक्षकों, मेडिकल ऑफिसर्स, डेटा एंट्री ऑपरेटर्स की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है।
प्लानिंग यूनिट पर 3 कमरे होंगे-
बता दें कि लखनऊ में कोरोना कोरोना वैक्सीनेशन के लिए चिकित्सा अधीक्षकों, मेडिकल ऑफिसर्स, डेटा एंट्री ऑपरेटर्स की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है। जिनका कोरोना वैक्सीनेशन होना होगा उनको SMS भेज जाएगा। इसमे तिथि, समय और स्थान लिखा होगा। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एमके सिंह ने बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सरकारी यूनिट्स को प्लानिंग यूनिट बनाया जा रहा है जहां कोरोना वैक्सीनेशन होगा। जरूरत पड़ी तो पुलिस थानों, स्कूल में भी यूनिट बनाई जाएंगी। प्लानिंग यूनिट पर 3 कमरे होंगे। पहला वेटिंग रूम, दूसरा कोरोना वैक्सीनेशन और तीसरा ऑब्जरवेशन रूम। कोरोना वैक्सीनेशन के बाद व्यक्ति को 30 मिनट तक ऑब्जरवेशन रूम में रखा जाएगा। ट्रेनिंग में बताया गया कि कई बार लोगों में घबराहट, फोबिया, पैनिक अटैक की समस्या होती है। ऐसा कुछ भी होने पर तत्काल असिस्ट किया जाएगा। सभी केंद्रों पर एंट्री और एग्जिट अलग होंगी। ट्रेनिंग में सभी को कोल्ड चेन मेंटेन करने, बायो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल के बारे में भी बताया गया।
जो भी वैक्सीन आएगी वो पूरी तरह से सेफ होगी- डॉ एमके सिंह
वहीं डॉ एमके सिंह ने मीडिया से कहा कि जो भी वैक्सीन आएगी वो पूरी तरह से सेफ होगी। एक्सपर्ट कमेटी सब देखकर अप्रूवल देती है। इसलिए, किसी को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि 2017 में मीजल्स रूबेला का जब टीकाकरण अभियान चला तो लोगों के मन में तमाम सवाल थे। लेकिन, बाद में सिर्फ लखनऊ में ही 17 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ था।