प्रयागराजः उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश और बांध से छोड़े गए पानी की वजह से कई नदियां उफान पर हैं। बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि हर 3 साल में ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बता दें कि साल 2013 में इससे भी ज्यादा बाढ़ का सामना करना पड़ा था।
छात्रों को उठानी पड़ी रही है समस्या
प्रयागराज के चांदपुर सलोरी की स्थिति बेहद खराब है, हजारों घर डूब चुके हैं। सलोरी स्थित कैलाशपुरी मोहल्ला पुरी तरह से डूब गया है। बता दे कि इस क्षेत्र में बहुत से प्रतियोगी छात्र रहते हैं, लिहाजा ऐसी बाढ़ की स्थिति में उन्हें काफी समस्याएं उठानी पड़ रही है। छात्र अपने-अपने समान को लेकर वापस घर लौट रहे हैं। जो घर बाढ़ में डूब गए हैं, वहां रहने वाले छात्रो के सामना पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं।
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उतरे स्वयंसेवी
प्रयागराज जिले में 15 से 20 दिन तक बाढ़ की समस्या लगातार बनी रहती है। जिसके कारण लोगों को बहुत समस्या होती है। आने जाने की तकलीफ होती है। प्रयागराज प्रशासन ने दर्जनों नावों की व्यवस्था कर रखी है ताकि फंसे हुए लोगों की सहायता की जा सके। कुछ स्वयंसेवी लोग भी बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं। बाढ़ के कारण भगवान शिव का मंदिर पूरी तरह से डूब गया है। पुजारी सड़क पर ही आरती कर रहे हैं। मोहल्ले के लोग इस आरती में भाग भी ले रहे हैं।