चेन्नई। कमल हासन के देश में हिंदू आतंकवाद के पैर पसारने वाले बयान का दक्षिण भारतीय अभिनेता और चुनिंदा हिंदी फिल्मों में काम कर चुके प्रकाश राज ने समर्थन किया है। प्रकाश राज ने कहा कि अगर धर्म, संस्कृति और नैतिकता के आधार पर डर पैदा करना आतंकवाद नहीं है तो फिर ये क्या है। उन्होंने कहा कि अगर मेरे देश में सड़क पर घूम रहे कपल के साथ मारपीट करना आतंकवाद नहीं तो क्या है। गोहत्या, ट्रोल करना, मतभेद करना, उठ रही बगावत की आवाज को दबाने के लिए मारपीट करना आतंकवाद नहीं हैं तो फिर क्या है।
राज ने कहा कि अगर इन संगठनों को आतंकवादी संगठन की संज्ञा दी गई है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि ये आतंकवाद के कैंप अब यहां भी लगने लगे है। राज ने कहा कि इन संगठनों को इन आतंकवादी गतिविधियों से कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि लोगों में से सत्यमेव जयते की भावना खत्म हो चुकी है। गौरतलब है कि कमल हासन ने कहा था कि देश में हिंदू आतंकवाद हकिकत बन गया है। उन्होंने कहा कि जब कट्टरपंथी हिंदू संगठनों का रुख बेअसर रहा तो अब उन्होंने ने भारत को पूरी तरह से हिंदू राष्ट्र का रंग देने लिए हिंसा का रास्ता अख्तियार कर लिया है।
अभिनेता ने कहा था कि हिंदुओं में बाहुबल के इस्तेमाल का सबसे ज्यादा तमाशा त्योहारों में देखने को मिलता है और त्योहारों का व्यावसायीकरण कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि समाज में समानता से घबरा रहे ऊंची और मध्यम जाति के हिंदू अब युवाओं में सनातन धर्म को शहद में लपेटकपर थोप रहे हैं, जोकि त्योहारों, संस्कृति और कला के जरिए किए जा रहा है।