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निवेश के वर्तमान विकल्पों की तुलना में पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स भरोसेमंद

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नई दिल्ली। निवेश के वर्तमान विकल्पों की तुलना में अधिकांश लोग आज भी पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स को भरोसेमंद मानते हैं। पोस्ट ऑफिस में ऐसी तमाम निवेश योजनाएं चलती हैं जो कि बैंक के सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज उपलब्ध करवाती हैं। पोस्ट ऑफिस में एक ऐसी खास स्कीम चलती है जिसमें आप मामूली निवेश से अपना खाता खुलवा सकते हैं। हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको पोस्ट ऑफिस की इसी खास स्कीम के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

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पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट

इस खाते में जमा राशि पर ब्याज सालाना आधार पर दिया जाता है लेकिन उसकी गणना तिमाही आधार पर की जाती है। इसमें जमा करने की कोई लिमिट नहीं हैं। खाते को आप दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर करवा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम पर ब्याज दर 7.4 फीसद तक है जो कि अधिकांश बैंकों की एफडी दर से भी ज्यादा है। इसमें मात्र 200 रुपये से खाता खोला जा सकता है और इसमें निवेश की कोई भी अधिकतम सीमा नहीं है। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में 5 साल तक के लिए किया गया निवेश टैक्स बेनिफिट के दायरे में आता है। इस खाते पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के अंतर्गत छूट ली जा सकती है।

इसमें किया जाने वाला निवेश जोखिम रहित रहता है। मैच्योरिटी पूर्व निकासी की सुविधा: लंबी अवधि के निवेशक होने के नाते आपके लिए यह जानना जरूरी है कि पोस्ट ऑफिस के टर्म डिपॉजिट अकाउंट को शुरुआती 6 महीनों में बंद नहीं कराया जा सकता है। अगर खाता 6 महीने के बाद, लेकिन 1 साल से पहले बंद करवाया जाता है तो खाते में जमा राशि (देय राशि) पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा।

अगर आपने 1 साल, 2 साल, 3 साल या 5 साल के लिए अकाउंट खुलवाया है लेकिन 6 माह बाद लेकिन 1 साल के पहले ही खाते को बंद करवाकर पैसों की निकासी कर रहे हैं तो डिपॉजिट पर पोस्ट ऑफिस की सेविंग अकाउंट की बेसिक इंटरेस्ट के हिसाब से रिटर्न मिलेगा। वहीं एक साल के बाद, लेकिन मेच्योरिटी से पहले पैसों की निकासी करने पर निकासी की तारीख तक जितने साल और महीने पूरे हो गए हैं उस पर तय ब्याज दर से 2 फीसद तक कम इंटरेस्ट रेट देकर पूरा फंड दे दिया जाता है। 2 वर्ष, 3 वर्ष और 5 वर्ष के खातों पर अगर ब्याज को मिलाकर मैच्योरिटी की राशि 20,000 रुपये से ज्यादा होती है तो उसका भुगतान नकद में नहीं किया जा सकता। इसका भुगतान चेक के माध्यम से ही किया जाता है।

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