बंगलुरु। बीते मंगलवार की देर शाम वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या उनके घर के गेट के पास अज्ञात हमलावरों ने कर दी। माना जा रहा है कि ये हमलावर बाइक पर सवार होकर आये थे। प्रथम जांच के दौरान पता चला है कि गौरी को 7 गोलियां मारी गई हैं। मारने वालों ने उन्हें नजदीक से गोलियां मारी हैं। गौरी बंगलुरु के राजराजेश्वरी इलाके में रहती थीं। गौली लंकेश हिंदुल्ववादी राजनीति और कट्टरपंथ की बड़ी आलोचक पत्रकार थीं। बीजेपी के एक सांसद की ओर से इनके ऊपर दाखिल किए एक मानहानि के मामले में गौरी अदालत से दोषी भी करार हुई थीं।
गौरी लंकेश की हत्या के बाद इनके समर्थकों और लोगों में इस शर्मानाक हरकत पर साफ-साफ गुस्सा देखने को मिल रहा है। गौरी की पहचान दक्षिण पंथी विचारों की बड़ी आलोचक के तौर पर होती थी। गौरी को अपने ऊपर होने वाले हमले के बारे में पहले से भी खतरा था। इस बात का जिक्र वो कई बार कर चुकी थीं। गौरी लंकेश एक साप्ताहिक पत्रिका पत्रिके की संपादक होने के साथ टीवी न्यूज चैनलों में होनी वाली बहस में बतदौर एक्टिविस्ट शामिल होती रही हैं।
गौरी लंकेश ने कई दक्षिणपंथी संगठनों की खुले तौर पर आलोचना की थी। हत्या के बाद से राज्य की सीमाएं सील कर दी गई हैं। हमलावरों की तलाशी के लिए तीन टीमें गठित कर दी गई हैं। गौरी लंकेश की हत्या के मामले में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, एनबीए और फाउंडेशन फॉर मीडिया प्रोफेशनल्स ने अपना दुख व्यक्त किया है। लोगों ने गौरी लंकेश के लिए बंगलुरु में कैंडिल मार्च निकाल कर उन्हे याद करते हुए उनके हत्यारों को पकड़ने की मांग की।
गौरी लंकेश की हत्या के बाद कई सारे राजनेताओं ने ट्वीट और बयान देते हुए इस घटना की आलोचना भी की है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आज गौरी लंकेश के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे। उन्होने साफ कहा है कि यह घटना निश्चित तौर पर बहुत ही दुखद है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। इस पूरी घटना की जांच की जाएगी।