मेरठ: एक मुकदमें की जांच और नोटिस देने जब दो दारोगा सोतीगंज स्थित आरोपी के घर पहुंचे तो परिजनों ने दारोगा के साथ मारपीट शुरू कर दी। काफी देर तक चले हंगामें की बीच पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हंगामा कर रहे आरोपी सहित उसके परिजनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, हंगामें का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
चार लोगों की गिरफ्तारी
दरअसल, छेड़छाड़ के संबंध मे नामजद आरोपियों को नोटिस देने और विवेचना के लिए पहुंचे दोनों दारोगा के साथ घर की महिलाओं और अन्य परिजनों ने मारपीट शुरू कर दी। जिसकी सूचना मिलने पर देहली गेट और सदर बाजार की पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
सोतीगंज इलाके में करीब 100 साल पुरानी और करीब 15 करोड़ की कीमत वाली जन्नत निशां कोठी है। इस कोठी पर सेनानिवृत्त एसडीएम आरिफ और अलाउद्दीन अपना-अपना दावा करते हैं। कोठी में आरिफ की केयर टेकर रहती है। दो साल पहले अलाउद्दीन पक्ष की तहरीर पर केयर टेकर समेत 6 लोगों पर छेड़छाड़ और मारपीट की धारा में केस दर्ज हुआ था।
ये मामला उस वक्त काफी चर्चा में भी रहा। कुछ समय बाद पुलिस ने कार्रवाई में अपने हाथ पीछे खींच लिए। वहीं, अब नवनियुक्त एसएसपी ने जिले में पुराने मुकदमों का निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं। इसी के चलते देहली गेट पुलिस ने पीड़ित महिला के कोर्ट में 164 के बयान दर्ज कराए हैं। महिला ने चार लोगों के नाम और बताए हैं।
महिलाओं ने भी की दारोगा कि पिटाई
देहली गेट थाने के दो दारोगा मोहसिन और बीरपाल सिंह चारों लोगों को 41(ए) का नोटिस देने के लिए कोठी पर पहुंचे थे। आरोप है कि कोठी की केयर टेकर और वहां स्थित सिक्योरिटी गार्ड ने पुलिस पर हमला कर दिया। दोनों दारोगाओं को महिलाओं और कोठी पर मौजून अन्य लोगों ने खूब पीटा।