हैदराबाद: हैदराबाद में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन से पहले भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को पुलिस दिल्ली वापस भेज रही है। यह दावा चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करके किया है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि उन्हें गिरफ्तार करने से पहले उनके समर्थकों पर लाठियां भी बरसाई गईं। कुछ देर पहले ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है, ‘तेलंगाना में तानाशाही चरम पर है। लोगों के विरोध प्रदर्शन करने के अधिकार को छीना जा रहा है। पहले हमारे लोगों को लाठियां मारी गई। फिर मुझे गिरफ्तार कर लिया गया, अब मुझे एयरपोर्ट ले आएं है दिल्ली भेज रहे है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री याद रखे बहुजन समाज इस अपमान को कभी नहीं भूलेगा। जल्द वापिस आऊंगा।
बता दें कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हैदराबाद में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रस्तावित एक रैली से पहले ही रविवार शाम को हिरासत में ले लिया गया था। पुलिस का कहना था कि प्रशासन ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी और दलित नेता को ऐसा करने से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया।
वहीं चंद्रशेखर आजाद को जमानत पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से छूटे अभी 10 दिन ही हुए हैं और एक बार फिर उनको हिरासत में लिया गया है। उन्हें दिल्ली के दरियागंज इलाके में पिछले महीने नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान लोगों को भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली के दरियागंज में पुलिस द्वारा लगाई गई निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की अगुवाई करने के बाद से चंद्रशेखर आजाद ऐसे प्रदर्शनों का एक प्रमुख चेहरा बन चुके हैं। जेल से रिहाई के बाद भी उन्होंने इस कानून पर हमले कम नहीं किए हैं।
शुक्रवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया। चंद्रशेखर ने कहा, ‘यह बोलकर कि यह कानून लोगों को नागरिकता देने के लिए है न कि छीनने के लिए, सरकार झूठ बोलने के अलावा कुछ नहीं कर रही है। वह नागरिकता कानून को एनआरसी से अलग होने का दावा कर देश को बरगला रही है। तीनों की कवायद देश के आम आदमी को नुकसान पहुंचाने वाली है।